दंत चिकित्सक की सेवा से अभिभूत हो लिखी पुस्तक

PRAYAGRAJ: कोरोना काल में जब लोग दूसरे की छाया से भी डर रहे थे और उन्हें दूसरा व्यक्ति कोरोना बम की भांति नजर आ रहा था। तब शहर के युवा दंत चिकित्सक डॉ। कृष्ण सिंह निस्वार्थ और परमार्थ की भावना के साथ दीन-दु:खियों की सहायता में जुटे थे। उनकी इस जिजीविषा से अभिभूत हो साहित्यकार श्लेष गौतम ने उन पर 'कोविड कृष्ण' नामक पुस्तक की रचना की है। वह बताते हैं कि लॉक डाउन के समय कृष्ण सिंह एक किसान, सैनिक और जवान की तरह खड़े थे। कोरोना के खिलाफ मोर्चा लेते हुए सकारात्मकता के साथ सहयोग और दान दया के हथियारों से हजारों भूखों का पेट भरते हैं।

कोरोना को हराकर हासिल की जीत

साहित्कार श्लेष गौतम लिखते हैं कि मानव सेवा करते हुए डॉ। कृष्ण खुद कोरोना पाजिटिव हो गए। फिर भी उन्होंने हार नही मानी। हजारों लोगों की दुआएं और अटूट जिजीविषा के बल पर उन्होंने कोरोना पर जीत हासिल की और पुन: लोगों के जीवन में आनंद बांटने का काम कर रहे हैं। श्लेष ने पुस्तक कोविड कृष्ण जल्द ही लोगों के हाथ में होगी। यह पुस्तक सिर्फ इसलिए नही लिखी गई कि डॉ। कृष्ण की सेवाएं अभूतपूर्व थी और संकल्प अटूट था। बल्कि यह और लोगों के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन और सबक का काम करेगी।

Posted By: Inextlive