-कपड़े की दुकान से शुरू हुई वसीम और नीरज की दोस्ती कत्ल के साथ हुई समाप्त

2018 में वसीम की बॉडी मिलने के बाद जेल गया था नीरज जायसवाल

PRAYAGRAJ: तेलियरगंज में गोलियों से भूने गए नीरज जायसवाल की दुश्मनी दोस्ती से शुरू हुई थी। 2018 में मेंहदौरी के जिस वसीम की हत्या हुई थी, वह नीरज का जिगरी यार था। वसीम से नीरज की मुलाकात कपड़े की दुकान पर हुई थी। मिलनसार व्यक्तित्व के नीरज और वसीम देखते ही देखते गहरे दोस्त बन गए। वसीम प्रॉपर्टी डीलिंग का काम किया करता था। रिश्ते इतने प्रगाढ़ हुए कि दोनों एक दूसरे के घर व पार्टी फंक्शन में भी आने-जाने लगे।

चार महीने बाद मिली थी जमानत

वसीम और नीरज की दोस्ती दोनों को जानने वाले करीब सभी लोग जानते थे। मारे गए नीरज के बड़े भाई धीरज कहते हैं कि वसीम अक्सर दुकान पर आया जाया करता था। दो साल पूर्व 2018 मई माह की 17 तारीख को कुछ लोग दुकान पर पहुंचे थे। उन्होंने वसीम की तबीयत खराब होने की बात कहकर गाड़ी दिलाने का रिक्वेस्ट की थी। धीरज की मानें तो उसके छोटे भाई नीरज ने वसीम की तबीयत खराब सुन गाड़ी का प्रबंध कर दिया था। इसके बाद वसीम की बॉडी नवाबगंज एरिया में मिली थी। इसमें एक नामजद व पांच अज्ञात के विरुद्ध केस हुआ था। तफ्तीश बाद गाड़ी अरेंज करने के आरोप में नीरज को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा था। करीब चार महीने बाद यानी अगस्त में वह जेल से जमानत पर रिहा होकर बाहर आ गया। जेल से छूटने के बाद वह फिर अपने काम धंधे में लगा रहा।

Posted By: Inextlive