-महाराष्ट्र एवं पं। बंगाल की तरह यूपी सरकार भी जारी करे गाइडलाइन, दुर्गा पूजा समितियों ने की मांग

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PRAYAGRAJ: कोलकाता में दुर्गा पूजा के लिए दुर्गा प्रतिमाओं का निर्माण शुरू हो चुका है। पश्चिम बंगाल सरकार ने छोटे आकार की प्रतिमाओं को बनाने का आदेश पारित किया है। महाराष्ट्र सरकार ने भी गणेश उत्सव के लिए 20-25 फीट की प्रतिमाओं की जगह पांच फीट की ही प्रतिमाएं बनाए जाने की स्वीकृति दी है, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक दुर्गा प्रतिमाओं के निर्माण को लेकर कोई गाइडलाइन जारी नहीं किया है। प्रयागराज की दुर्गा समितियों ने भी सरकार से कम ऊंचाई वाली मूर्तियों के निर्माण के लिए परमीशन दिये जाने की मांग की।

गाइडलाइन जारी करे सरकार

प्रयागराज की दुर्गा पूजा कमेटियों व बंगाली वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव डा। पीके राय ने अन्य प्रदेशों की तरह उत्तर प्रदेश में भी कम ऊंचाई की दुर्गा प्रतिमाओं के निर्माण के लिए स्वीकृति व गाइडलाइन जारी करने की मांग की है।

दुर्गा प्रतिमाओं के बिना नहीं हो सकती आराधना

डा। पीके राय ने बताया कि दुर्गा पूजा को अकाल बोधन के रूप में जाना जाता है। देवी दुर्गा के प्रतिमा के बिना आमंत्रण और अधिवास जैसे अनुष्ठानों को नहीं किया जा सकता है, इसलिए, देवी दुर्गा की किसी भी मूर्ति के बिना, पूजा अधूरी होगी। कोरोना महामारी को देखते हुए छोटे आकार की मूर्तियों के निर्माण को परमीशन देना चाहिए ताकि पूजन किया जा सके।

दुर्गा पूजा कमेटियों की तरफ से दिए गए सुझाव

-दुर्गा पूजा में मूर्तियां लक्ष्मी पूजा की तर्ज पर दो से 3 फीट की मूर्ति हो, ताकि कोई एक व्यक्ति ही मूर्ति को उठा सके

-इस बार की विषम परिस्थिति को देखते हुए कलश में ही पूजा हो न की मूर्तियों में

-बारबारी के सदस्य मास्क व फेस शिल्ड का प्रयोग करें, हैंड सेनेटाइजर को साथ में अवश्य रखें

-पंडाल के बाहर गोला बनाएं और पांच पांच लोगों को ही एक बार मे प्रवेश दें

- बारबारियों की तरफ से दो पीपीई किट अवश्य रखना चाहिए, जिनको पहनकर पांडाल में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं का थर्मल स्केनर से जांच हो, तत्पश्चात ही उन्हें पांडाल में प्रवेश दिया जाए

-मां की आरती के समय श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध रहे और सिर्फ वरिष्ठ कार्यकर्ता जो पूजा उप समिति से जुड़े रहे वह सोशल डिस्टेंसिंग का प्रयोग करते हुए पंडाल में मौजूद रहें

-किसी भी प्रकार के भंडारा, लंगर पर प्रतिबंध रहे।

-सिर्फ पांडाल के बाहर जो सोशल डिस्टेंसिंग का प्रयोग करते हुए कतार में खड़े रहें। उन्हें ही भोग पैकेट का प्रसाद गेट पर ही दे दिया जाएगा

-इस वर्ष भोग प्रसाद केवल मां को ही अर्पण किया जाए। यानी दिनभर चलने वाले प्रसाद वितरण को कोरोना महामारी को देखते हुए निलंबित रखा जाए

Posted By: Inextlive