-लाख कोशिश के बावजूद तड़पते पति को छोड़कर परिजनों संग चली गई पत्‍‌नी

-शक को लेकर आए दिन दोनों में होता था विवाद और मारपीट, तमंचा बरामद

PRAYAGRAJ: शक ने रिश्ते में जहर घोला तो पति-पत्नी में दूरियां बढ़ने लगीं। आए दिन होने वाली झिकझिक से आजिज पत्नी ने मायके वालों को बुला लिया। सामान पैक करके वह जाने लगी। यह सब देख पति उसे मनाने निकल पड़ा। पत्नी के रोकने के लिए वह उसके पैरों तक पर गिर पड़ा। लेकिन बेवफा पत्नी का दिल नहीं पसीजा। उसे यूं जाता देख पति से बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने तमंचे से खुद को गोली मारकर जान दे दी। सुसाइड की यह घटना शुक्रवार दोपहर करेलाबाग स्थित नारायणपुरम कॉलोनी में हुई। मरने वाले का नाम अमर साहू (32) बताया गया है। वारदात की सूचना मिली तो फोर्स के साथ करेली पुलिस भी पहुंच गई। फोरेंसिक टीम ने मामले की पड़ताल की। इसके बाद बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दी गई।

चाचा ने लिया था अमर को गोद

जलालपुर घोसी के मैनापुर निवासी हीरा सुंदर व श्याम सुंदर दोनों सगे भाई हैं। दोनों दूध का कारोबार करते हैं। श्याम सुंदर करेलाबाग नारायणपुरम कॉलोनी में मकान बनवाकर रहने लगा। उसकी सिर्फ दो बेटियां हैं जो शादी के बाद ससुराल चली गई। हीरा के चार बेटे छोटू, रवि, मोती व अमर थे। भाई के बेटे अमर को श्याम सुंदर ने गोद ले रखा था। अमर श्याम सुंदर के साथ शहर में ही रहता था। श्याम सुंदर ने उसकी शादी कौशांबी के भरवानी स्थित रोही की नेहा से की। विवाह के बाद नेहा के साथ अमर श्याम सुंदर के घर शहर में ही रहता था। बाहर की तरफ कमरे में उसने परचून की दुकान खोल ली थी। इस बीच उसे एक बेटी काव्या हुई जो इस वक्त करीब छह साल की है।

मान जाती पत्नी तो बच जाती जान

-पिछले कुछ महीने से नेहा के प्रति अमर के दिल में शक के बीज अंकुरित हो गए।

-मौके पर रहे लोगों ने बताया कि शक के चलते वह काफी परेशान रहने लगा।

-निगरानी के लिए उसने दुकान से लेकर शटर तक वह सीसीटीवी कैमरे लगवा लिया।

-इसी बात को लेकर अक्सर दोनों विवाद व मारपीट हुआ करती थी।

-परिजनों की मानें तो शुक्रवार को नेहा की मां उर्मिला देवी व पिता राही से बेटी के घर पहुंचे।

-नेहा अपना सारा सामान समेट कर उनके साथ जाने लगी। दुकान में बैठे अमर ने यह देखा तो रोकने की कोशिश करने लगा।

-परिजनों की मानें तो नेहा ने उसकी रिक्वेस्ट ठुकरा दी। इस वह उसका पांव पकड़ कर बैठ गया।

-लेकिन पत्थरदिल पत्नी ने उसे धक्का देकर हटा दिया और गाड़ी में जा बैठी।

-इस बात से अमर का होश खो बैठा और गुस्से में दुकान के अंदर जाकर तमंचे से अपने माथे पर गोली मार ली।

-गोली लगने के बाद तड़पते हुए पति को छोड़कर नेहा परिजनों संग चली गई।

-थोड़ी देर में अमर ने दम तोड़ दिया, यह देख परिवार में कोहराम मच गया, पड़ोसी भी जा पहुंचे।

-फोरेंसिक टीम संग पहुंची पुलिस को छानबीन में मौके से 315 बोर का तमंचा बरामद किया।

माथे पर खुद कैसे गोली मारी?

-माथे पर तमंचे से गोली मारकर सुसाइड करने की बात कई सवालों को जन्म देती है।

-सवाल यह है 315 बोर तमंचे की लंबाई कम से कम एक फिट की तो रही ही होगी।

-एक फिट लंबे तमंचे को हाथ से बीच माथे पर सटाकर उसने ट्रिगर कैसे दबाया होगा?

-उसके मत्थे पर गोली के घाव यह से स्पष्ट है कि तमंचा बिल्कुल सीधे सटाकर दागा गया।

-कुछ क्राइम एक्सपर्ट बताते हैं कि अमूमन तमंचे से बीच मत्थे पर गोली नहीं मारी जा सकती।

-कनपटी पर या सिर में कहीं और अपने हाथ से गोली मारी जा सकती है।

-इस बात की भी आशंका है कि कहीं पत्नी से विवाद व चल रहे मान-मनौवल में किसी तीसरे ने तो गोली नहीं मारी?

-वहीं पति को इस तरह से तड़पता देखकर भी पत्नी क्यों वहां से चली गई, इस पर भी सवाल पैदा हो रहा है।

-अब इन सवालों के जवाब दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की सुलझा सकती है?

-एक सवाल यह भी है कि आखिर अमर के पास तमंचा आया कहां से?

मृतक के पिता यानी जिसने उसे गोद लिया था सुसाइड की बात लिख दी है। घटना के वक्त परिवार वाले मौजूद थे। फिलहाल जांच-पड़ताल की जा रही है। तमंचे से इंसान फ्रंट माथे पर गोली चला सकता है। इसमें सवाल या संदेह जैसी कोई बात नहीं है।

-संजय कुमार सिंह, थाना प्रभारी करेली

Posted By: Inextlive