स्टाइपेंड की मांग पर जताई नाराजगी, खुद को बताया मजदूरों से गया गुजरा

एमबीबीएस स्टूडेंट्स का गुस्सा थमने का नाम नही ले रहा

फिर सड़कों पर उतरा जूनियर डॉक्टर्स का जत्था

PRAYAGRAJ: स्टाइपेंड की मांग को लेकर एमबीबीएस स्टूडेंट्स का गुस्सा थमने का नाम नही ले रहा है। शुक्रवार को एक बार पुन: छात्रों ने सड़कों पर कैंडिल मार्च निकालकर विरोध जताया। उनका कहना था कि स्टाइपेंड की दर को बढ़ाया जाना चाहिए। इस दौरान छात्रों ने बड़ी संख्या में मेडिकल कॉलेज से एसआरएन हास्पिटल के बीच कैंडिल मार्च भी निकाला। उनका कहना था कि अगर सरकार ने बात नही मानी तो हड़ताल की जा सकती है।

यूपी में क्या है मजबूरी

छात्रों का कहना था कि असम में 31500, कर्नाटका में 30000, वेस्ट बंगाल में 28000 और सेंट्रल में 21500 रुपए इंटर्न छात्रों को हर माह मानदेय दिया जाता है। जबकि यूपी में यह रकम महज 7500 रुपए है। जो एक अन स्किल्ड लेबर को प्रतिदिन मिलने वाले मेहनताने से भी कम है। इसे बढ़ाया जाना चाहिए। डॉ। शिव यादव ने बताया कि इस मांग को लेकर लगातार पूरे यूपी में प्रोटेस्ट किया जा रहा है। हालांकि सरकार ने इस दिशा में अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।

Posted By: Inextlive