सो रहे पांच साल के बेटे को फावड़े से काटकर कुएं में फेंकने जा रही थी बॉडी सनसनीखेज वारदात को देख कांप गया सभी का कलेजा महिला गिरफ्तार PRAYAGRAJ: पांच वर्ष का मासूम ऋषि जिस मां से लिपटकरखुद को हर बला से महफूज समझता था. मंगलवार की आधी रात उसी मां ने फावड़े से गर्दन काटकर उसे मौत के घाट उतार दी. ब

सो रहे पांच साल के बेटे को फावड़े से काटकर कुएं में फेंकने जा रही थी बॉडी

सनसनीखेज वारदात को देख कांप गया सभी का कलेजा, महिला गिरफ्तार

PRAYAGRAJ: पांच वर्ष का मासूम ऋषि जिस मां से लिपटकरखुद को हर बला से महफूज समझता था। मंगलवार की आधी रात उसी मां ने फावड़े से गर्दन काटकर उसे मौत के घाट उतार दी। बेटे की हत्या के बाद बॉडी कुएं में फेंकने जा रही थी। इस बीच नींद से उठी चचेरी बहन उसके हाथ में खून से लथपथ बॉडी देख चीख पड़ी। रात के सन्नाटे को चीरती हुई उसकी आवाज सो रहे लोगों के कान तक तो सभी दौड़ पड़े। कलयुगी मां की करतूत को देख ममता भरे आंचल रो पड़े तो करुणा शर्मसार हो गई। पूरे परिवार में रोना पीटना मच गया। मासूम की बॉडी छीनने के बाद लोगों ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। रोंगटे खड़े कर देने वाली यह सनसखीखेज वारदात गंगापार के फूलपुर स्थित कनौजाकला गांव की है।

कुएं में फेंकने जा रही थी बॉडी

कनौजाकला गांव निवासी जगन्नाथ पटेल की बेटी रेनू की शादी सरायइनायत स्थित कसेरुआकला के रमेश पटेल से हुई थी। शादी के बाद उसे दो बेटे हुए। बड़ा बेटा रितेश इस वक्त करीब आठ साल का है। छोटा ऋषि करीब पांच वर्ष का था। रमेश गाड़ी की ड्राइविंग कर परिवार का चलाया करता था। उसकी छोटी सी कमाई में पूरा परिवार सुखमय जीवन व्यतीत कर रहा था। उसके भरेपुरे परिवार पर किसी की नजर लग गई। बताते हैं कि करीब बीस दिन पूर्व रेनू बेटे रितेश व ऋषि के साथ फूलपुर कनौजाकला गांव मायके आई हुई थी। ननिहाल में दोनों बच्चे खुशी खुशी रह रहे थे। बच्चों की अठखेलियों से पूरा परिवार नानी, नाना, मामा, मामी सभी काफी प्रसन्न रहा करते थे। मगर, इनकी खुशियां मातम में बदलते देर नहीं लगी। मंगलवार रात सभी खाना खाकर सो गए। रोज की तरह पांच वर्षीय मासूम ऋषि भी बिस्तर पर मां से लिपटकर हर तूफान से खुद को सुरक्षित समझ सो गया। उस नन्हें से मासूम को क्या पता था कि जिस मां के आंचल को वह अपना सुरक्षा कवच समझता था आज वही उसके लिए काल बन जाएगा। पूरा परिवार गहरी नींद में सो गया तो रेनू यानी मां चुपके से उठी और फावड़े से ऋषि के गले पर प्रहार कर दी। फावड़ा मासूम के फूल से गले पर बज्र सा ऐसे गिरा कि वह चीख तक न सका और प्राण निकल गए। खून से सेने बेटे की बॉडी को लेकर वह कुएं में फेकने जा रही थी।

संयोग था उठ गई चचेरी बहन

संयोग था कि अचानक चचेरी बहन राधिका की नींद खुल गई। वह देखी तो मासूम के खून से सबी बॉडी को लेकर वह कुएं की तरफ जा रही थी। यह देखते ही वे चीख पड़ी। उसकी चीख सुनते ही परिजन व पड़ोस के लोग दौड़ पड़े। मंजर को देख सभी का कलेजा कांप उठा। पूरे परिवार में कोहराम मच गया। बॉडी को उसके हाथ से छीनने के बाद लोग उसे एक कमरे में बंद कर दिए। लोग मासूम को हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची फूलपुर पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया, और उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त फावड़े को भी बरामद कर लिया है।

भाई ने कहा ठीक नहीं मानसिक स्थिति

पुलिस के मुताबिक आरोपित रेनू के भाई निर्भय ने बताया कि इधर कुछ वर्षो से उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं हैं। उसे पागलपन के दौरे आया करते हैं। अचानक उसका दिमाग डिस्टर्ब हो जाता और वह घातक कदम उठा लेती है। उसकी इस बीमारी का इलाज वे एसआरएन हॉस्पिटल में करवा रहे हैं। मंगलवार रात खाना पीना होने तक वह ठीक थी।

क्यों नहीं रखा मासूम को उससे दूर

उसकी दिमागी हालत इतनी खराब थी तो सवाल यह उठता है कि मासूम को उससे दूर क्यों नहीं रखा गया

बीमारी के बारे में सभी को पता था, यदि मासूम को दूर रखा गया होता तो यह नौबत न आती

बीमारी की जानकारी थी तो बच्चे को उसके पास रात में सोने ही नहीं देना चाहिए था

यह तो शुक्र था कि उसका बड़ा बेटा उसके पास नहीं था, वर्ना क्या पता उसका पागल पर उसकी भी जान ले लेती

घटना की छानबीन में पता चला है कि महिला की दिमागी हालत ठीक नहीं है। उसे पागलपन के दौरे आते हैं। रात में उसने बेटे की हत्या कर दी। आरोपित महिला को गिरफ्तार कर कत्ल में प्रयुक्त फावड़े को बरामद किया गया है।

नरेंद्र कुमार सिंह,

एसपी गंगापार

Posted By: Inextlive