-शुक्रवार से शुरू हो गई प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना

-कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बनाया नियम

PRAYAGRAJ: गर्भवती महिलाओं में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नया नियम बनाया है। अगर किसी सेंटर के दो सौ मीटर के दायरे में कोरोना का मामला सामने आता है तो फिर यहां महिलाओं का टीकाकरण नहीं किया जाएगा। महिलाओं को नजदीक के दूसरे सेंटर्स पर भेजा जाएगा। बता दें कि शुक्रवार से शुरू की गई प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना की शुरुआत की गई है।

110 एएनएम को दी गई जिम्मेदारी

शुक्रवार से योजना की शुरुआत के साथ ही गर्भवती महिलाओं को सुविधाएं देने का क्रम शुरू हो गया है। पहले दिन सेंटर्स पर उनकी जांच की गई। अब उनका टीकाकरण भी चालू किया जाएगा। यह जिम्मेदारी एएनएम को दी गई है। एक एएनएम एक दिन में आठ महिलाओं को टीके लगाएगी। ऐसे में 110 सेंटर्स पर एक दिन में 880 महिलाओं को टीके लगाए जाएंगे। इस बड़ी जिम्मेदारी को कोरोना रहित बनाने के लिए नियम बनाया गया है कि अगर कहीं पर कंटेनमेंट जोन बनता है तो इसके दो सौ मीटर के दायरे में महिलाओं का टीकाकरण रोक दिया जाएगा।

संक्रमण के अधिक रहते हैं चांसेज

बता दें कि अभी तक सैकड़ों केसेज ऐसे आए हैं जिनमें गर्भवती महिलाएं कोरोना संक्रमित पाई गई हैं। लोगों को इसका अंदाजा भी नही रहता है कि कब वह कोरोना की चपेट में आ गई हैं। ऐसे में प्रसव प्रक्रिया काफी कठिन हो जाती है। डॉक्टर्स की माने तो गर्भावस्था के दौरान बॉडी की इम्युनिटी कम हो जाने से संक्रमण के अधिक चांसेज होते हैं। यही कारण है कि अधिकांश महिलाएं कोरोना की शिकार हो रही हैं। उनको इससे बचाना है तो कंटोनमेंट जोन से दूर रखना होगा।

प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना की शुरुआत के बाद रोजाना महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा। ऐसे में उनको कोरोना संक्रमण से बचाना बेहद जरूरी है। इसको देखते हुए नया नियम बनाया गया है जो उनका सुरक्षित रखेगा।

-डॉ। सतेंद्र राय, एसीएमओ स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज

Posted By: Inextlive