पैरेंट्स भी रखेंगे एग्जाम सेंटर पर नजर
208000 स्टूडेंट्स देंगे डिस्ट्रिक्ट में बोर्ड परीक्षा
285 सेंटर्स पर होगी यूपी बोर्ड परीक्षा 108375 स्टूडेंट्स 10वीं की बोर्ड परीक्षा में होंगे शामिल 97568 स्टूडेंट्स 12वीं की बोर्ड परीक्षा में होंगे शामिल 402 स्टूडेंट्स प्राइवेट तौर पर 10वीं बोर्ड परीक्षा में होंगे शामिल 2386 स्टूडेंट्स प्राइवेट 12वीं की बोर्ड परीक्षा में इस बार होंगे शामिल -नकल रोकने के लिए शासन के निर्देश पर सभी जिलों में बनेंगे विशेष टीम -टीम में अधिकारियों के साथ पैरेंट्स भी होंगे शामिल prakashmani.tripathi@inext.co.inPRAYAGRAJ: यूपी बोर्ड एग्जाम में इस बार पैरेंट्स भी एग्जाम सेंटर्स पर नजर रखेंगे। जीहां, बोर्ड एग्जाम के लिए विशेष तैयारियों के तहत यह कदम उठाया गया है। इसके तहत डीएम की अध्यक्षता में एक स्पेशल कमेटी बनाई जाएगी। इस कमेटी में एडमिनिस्ट्रेशन, पुलिस, एजुकेशन डिपार्टमेंट, केन्द्र व्यवस्थापकों के साथ-साथ पैरेंट्स और रेप्युटेड न्यूज पेपर्स के रिप्रजेंटेटिव भी शामिल होंगे। यह स्पेशल कमेटी एग्जाम के दौरान सेंटर्स का निरीक्षण करेगी। परीक्षा को नकलविहीन बनाने के लिए यह इंतजाम किया गया है।
लागू रहेगी धारा 144परीक्षा की शुचिता बनाए रखने और नकल माफियाओं पर नकेल कसने के लिए सभी एग्जाम सेंटर्स के आस-पास धारा 144 लागू रहेगी। यह व्यवस्था इसलिए की जा रही है, ताकि एग्जाम सेंटर्स के बाहर भीड़ न जुटे। इसके साथ ही परीक्षा से पहले डीएम की अध्यक्षता में एसएसपी, डीआईओएस, डीआईओएस सेकेंड के साथ ही परगना मजिस्ट्रेट, पुलिस विभाग के सीओ एवं सभी केन्द्र व्यवस्थापकों के साथ मीटिंग कराने का निर्देश दिया गया है। इस दौरान परीक्षा व्यवस्था, प्रश्नपत्रों तथा उत्तर पुस्तिकाओं की सुरक्षा कानून और व्यवस्था तथा संवेदनशील एग्जाम सेंटर्स के लिए प्लानिंग बनाई जाएगी।
यह कदम उठाने के निर्देश -डिस्ट्रिक्ट को अलग-अलग क्षेत्रों में बांटकर एग्जाम सेंटर पर लगातार एडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट, कार्यकारी मजिस्ट्रेट का दौरा किया जाए। -एग्जाम सेंटर पर प्रभावी व व्यापक निरीक्षण के लिए डिस्ट्रिक्ट व मंडल स्तर पर टीमें गठित हो। -टीमों को उनकी मांग के अनुसार वाहनों की व्यवस्था की जाए। -एग्जाम सेंटर्स के आस-पास लाउडस्पीकर पर बैन लगाया जाए। -सभी एग्जाम सेंटर्स पर आर्म्ड सशस्त्र बल को तैनात किया जाए। -अतिसंवेदनशील परीक्षा केन्द्रों पर एसटीएफ तैनात कर परीक्षाएं करायी जाए। -डिस्ट्रिक्ट के संवेदनशील व अतिसंवेदनशील सेंटर्स पर एलआईयू से निगरानी करायी जाए। -डिस्ट्रिक्ट या मंडलीय अधिकारियों के सचल दल की टीम के साथ कम से कम दो सशस्त्र पुलिस बल तथा एसआई की सुविधा प्रदान की जाए। -डीआईओएस या उनके प्रतिनिधि को जरूरत के अनुसार पुलिस स्टेशन के वायरलेस पर सूचना देने की सुविधा दी जाए-किसी प्रकार की अफवाह फैलाने वालों पर विशेष नजर रखी जाए।
-एग्जाम की ऑनलाइन मॉनीटरिंग के लिए कंट्रोल रूम में नोडल अधिकारी तैनात किया जाए। -एग्जाम के दौरान सेंटर के आस-पास फोटोकॉपी मशीन बंद कराई जाए। -क्वेश्चन पेपर और कापियों को डबल लॉक आलमारी में रखने की व्यवस्था हो -स्ट्रांग रूम में भी सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए बोर्ड एग्जाम को नकलविहीन बनाने के लिए प्लानिंग लेवल पर वर्क हो चुका है। निर्देश के मुताबिक सभी तरह की तैयारियां की जा रही हैं। एग्जाम के दौरान इनका पूरी तरह से पालन किया जाएगा। नीना श्रीवास्तव, सचिव, यूपी बोर्ड