-सूबे में 40 राजकीय इंटर कॉलेजों के टीचर्स ने प्रमोशन के बाद नई पोस्टिंग में नहीं किया ज्वॉइन

-लंबे इंतजार के बाद सभी टीचर्स के पदोन्नति निरस्तीकरण का जारी हुआ आदेश

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PRAYAGRAJ: प्रमोशन की चाहत हर किसी को होती है। इसके लिए लोग अपनी परफॉर्मेस बेहतर करने का हर जतन करते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें प्रमोशन में बिल्कुल इंट्रेस्ट नहीं होता। राजकीय इंटर कॉलेज में तैनात प्रवक्ताओं के बारे में यही बात कही जा सकती है। असल में प्रमोशन के बाद भी 40 प्रवक्ताओं ने नए स्कूलों में ज्वॉइनिंग को लेकर इंट्रेस्ट नहीं दिखाया है। लंबे इंतजार के बाद विभाग की तरफ से ऐसे प्रवक्ताओं के प्रमोशन को निरस्त करने को लेकर आदेश जारी करना पड़ गया।

दो बार नोटिस के बाद भी नहीं किया ज्वॉइन

उप शिक्षा निदेशक की ओर से जारी आदेश में बताया गया है कि 2018 में प्रिंसिपल पद पर 40 प्रवक्ताओं को प्रमोट करने का आदेश जारी किया गया था। प्रमोशन के बाद भी सूबे के अलग-अलग जिलों में तैनात 40 राजकीय इंटर कालेज के प्रवक्ताओं ने नए स्कूल में प्रिंसिपल पद पर ज्वाइन नहीं किया। इसके बाद ऐसे लोगों को विभाग की ओर से दो बार नोटिस भी भेजा गया। उसके बाद भी इन 40 प्रवक्ताओं ने कोई इंट्रेस्ट नहीं दिखाया। इसके बाद उप शिक्षा निदेशक सेवा 1 प्रमोद कुमार की ओर से ऐसे सभी 40 टीचर्स के प्रमोशन को निरस्त करने का आदेश जारी किया गया है।

कहीं इसलिए तो नहीं किया ज्वॉइन

जिन 40 प्रवक्ताओं का प्रमोशन हुआ था, उसमें लखनऊ, अमरोहा, झांसी, अमेठी, कानपुर नगर, फैजाबाद, सोनभद्र, चित्रकूट, मुरादाबाद, रामपुर, मुजफ्फर नगर, कासगंज, वाराणसी, महोबा, जालौन, रायबरेली, गोरखपुर समेत कई जिलों के शिक्षक शामिल हैं। प्रमोट हुए शिक्षकों को अलग-अलग जिलों में नए स्कूलों में ज्वॉइनिंग करनी थी। ऐसे में जानकार मान रहे हैं कि दूसरे जिलों में जाकर नौकरी करने से बचने के लिए इन प्रवक्ताओं ने प्रमोशन स्वीकार करने से इंकार कर दिया।

Posted By: Inextlive