कार सवार तीन युवकों ने गणेश मार्केट झूंसी से डॉक्टर के बेटे को अगवा किया

दोपहर में बालक को सुरक्षित बरामद कर पुलिस ने दो अपहरणकर्ताओं को किया गिरफ्तार

PRAYAGRAJ: झूंसी में कार सवारों द्वारा दिनदहाड़े डॉक्टर के बेटे प्रिंस अनितेश (15) के अपहरण से जिले में सनसनी फैल गई। शुक्रवार को घटना उस वक्त हुई जब वह गणेश मार्केट में सामान खरीदने गया था। जबदस्ती तीन लोग उसे कार में भरकर भागने लगे। वारदात को देख रहे लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। बात थाना पुलिस व अफसरों तक जा पहुंची। खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। झूंसी से बाहर निकलने वाली सड़कों पर चेकिंग शुरू हो गई। अपहरणकर्ता भागते रहे और पुलिस उनकी तलाश में चप्पे-चप्पे पर घूमती रही। पुलिस की मेहनत रंग लाई और सरायपट्टी से बालक को बरामद कर कार सवार दो अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। फरार एक अभियुक्त की तलाश में दबिश जारी रही। प्रिंस की मां दीपा यादव की तहरीर पर पकड़े गए तीनों अपहरणकर्ताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गयी है। घटना का कारण महिलाओं को लेकर कमेंट बताया जा रहा है।

मां की तहरीर पर दर्ज हुआ मुकदमा

आवास विकास कॉलोनी योजना दो झूंसी निवासी संतोष कुमार यादव होम्योपैथ के डॉक्टर है। न्याय नगर मोहल्ले में उनकी दवा की दुकान है। यहीं वह पर प्रैक्टिस भी किया करते हैं। इनका 15 वर्षीय बेटा प्रिंस अनितेश कक्षा नौ का छात्र है। बताते हैं कि मोहल्ले में उसकी कई लड़कों से गहरी दोस्ती है। शुक्रवार सुबह करीब साढ़े दस बजे प्रिंस मधुर मिलन स्वीट हाउस लाल चौक झूंसी कुछ सामान खरीदने गया था। इसी दौरान एक कार से दो युवक दुकान के सामने पहुंचे। कार के पहुंचते ही दुकान से एक युवक बाहर आया। तीनों युवकों ने मिलकर प्रिंस को जबरदस्ती कार में खींच लिया। प्रिंस ने बचाव के लिए शोर मचाया तो आसपास मौजूद लोगों का ध्यान उसकी तरफ गया। आवाज सुनकर लोग दौड़ पड़े। जब तक वह पहुंचते कार सवार प्रिंस को लेकर निकल चुके थे। दिनदहाड़े किशोर के अपहरण की खबर जंगल में आग की तरफ फैल गई। इससे पूरे जिले में हड़कंप मच गया। जानकारी होते ही झूंसी थाने से लेकर पुलिस ऑफिसर सन्नाटे में आ गये। थाना पुलिस लेकर अफसर तक मौका-ए-वारदात पर जा पहुंचे। बेटे के अपहरण की खबर मालूम चलते ही परिवार में कोहराम मच गया। बगैर देर किए पुलिस अपहरणकर्ताओं की तलाश में जुट गई।

सील कर दिया गया था बार्डर

एसएसपी के निर्देश पर झूंसी से बाहर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर चेकिंग शुरू चालू कर दी गई। क्राइम ब्रांच, एसओजी और सर्विलांस टीम के प्रभारियों को भी लगा दिया गया। यह टीमें प्रिंस का अपहरण कर भाग रही कार की तलाश में मूव करती रहीं। पुलिस के मुताबिक झूंसी सरायपट्टी से अपहरणकर्ताओं की कार को पकड़ लिया गया। गाड़ी में मौजूद बालक प्रिंस को सुरक्षित बरामद करते हुए दो अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर झूंसी थाने लाया गया। पूछताछ में एक ने अपना नाम ऋषभ यादव पुत्र स्व। रामबाबू यादव निवासी एमआईजी आवास विकास कालोनी योजना तीन झूंसी व दूसरे ने जितेंद्र सिंह यादव पुत्र सुभाष सिंह यादव निवासी बक्शीखुर्द थाना दारागंज हाल पता सुनील यादव का मकान आवास विकास कॉलोनी योजना दो झूंसी बताया। दोनों ने बताया कि अपहरण में शामिल भागे हुए तीसरे साथी का नाम अभिषेक यादव निवासी न्याय नगर थाना झूंसी है।

अपहरण के पीछे की क्या थी मंशा?

पूछताछ में गिरफ्तार दोनों आरोपितों ने अपहरण की कोई खास वजह नहीं बताई।

उन्होंने कहा कि प्रिंस घर की महिलाओं को लेकर उल्टी सीधी बातें किया करता था।

उसकी इस हरकत की जानकारी पता चली तो वे प्रिंस से खफा थे

इस कहानी से सवाल यह खड़ा होता है कि सिर्फ इतनी सी बात के लिए कोई अपराधी क्यों बनेगा

अपहरण करने का वास्तविक मकसद क्या था? अपहरण करके वह साबित क्या करना चाहते थे?

किशोर महिलाओं को लेकर बातें कर रहा था तो उसके परिवार वालों से बात क्यों नहीं की

क्या घर वालों को पता था कि ऐसा कुछ चल रहा है।

या फिर स्टोरी को डायवर्ट किया गया है।

किशोर सुरक्षित बरामद हो गया है। घटना में प्रयोग की गई कार बरामद कर ली गयी है। दो अपहरणकर्ता भी गिरफ्तार कर लिये गये हैं। भागे हुए आरोपित की तलाश में दबिश जारी है। पूछताछ में पता चला है कि किशोर आरोपित के घर की महिलाओं को लेकर दोस्तों के बीच उल्टी सीधी बातें किया करता था।

धवल जायसवाल,

एसपी गंगापार

Posted By: Inextlive