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दुकान हैं जिले भर में बीयर की

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अंग्रेजी शराब की दुकानें संचालित

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दुकानें हैं देशी शराब की

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मॉडल शॉप शहर के अंदर

-गैर प्रांत और नकली शराब की बोतल स्कैन करते ही तत्काल पकड़ लेगी मशीन

-पीओएस मशीन पर स्कैन करके ही बोतल बेच सकेंगे सेल्समैन

PRAYAGRAJ: सरकारी दुकानों से नकली शराब की बिक्री न हो सके इसके लिए प्लान तैयार कर लिया गया है। हर दुकान पर 'पीओएस' यानी प्वॉइंट ऑफ सेल की मशीन लगाई जाएगी। इस मशीन पर बोतल को स्कैन करने के बाद ही दुकानदार ग्राहक को दे सकेंगे। बोतल स्कैन करते ही मशीन नकली शराब को पकड़ लेगी। सेल्समैन को यह मशीन काउंटर के सामने लगाना पड़ेगा। ताकि स्कैन की जा रही बोतल की पारदर्शिता को ग्राहक भी देख सकें। इतना ही नहीं इस मशीन के जरिए हर बोतल की बिक्री पर विभाग की पर-डे नजर होगी।

करना होगा इंतजाम

मशीन के लिए दुकान में लगवाना पड़ेगा इनवर्टर या बैटरी रखनी होगी। ताकि लाइट कटने या न होने पर भी सप्लाई का काम प्रभावित न हो। मशीन सिर्फ विभाग द्वारा सप्लाई की गई शराब को ही स्कैन करने पर ओके करेगी। बोतल पर बार कोड चस्पा होगी, इसी बार कोड को स्कैन करना पड़ेगा। गैर प्रदेश से मंगाई गई शराब को स्कैन करने पर मशीन उसे फेल बता देगी। फेल बताई गई बोतल का भी डाटा मशीन में फीड हो जाएगा। इससे विभाग यह पकड़ लेगा कि किस दुकान पर बाहरी शराब बेची जा रही। पकड़ में आने के बाद उस दुकान पर विभाग द्वारा छापेमारी की जाएगी

बाहरी शराब बेचने पर दुकान कैंसिल

नवाबगंज एरिया के खगलापुर व हंडिया के सेठौली में स्थित देशी शराब की दुकान डीएम ने कैंसिल कर दिया है। चेकिंग में पकड़ी गई शराब को जांच के लिए लैब भेजा गया था। हाल ही में लैब से आई रिपोर्ट में पकड़ी गई शराब को नकली बताया गया था। इसी रिपोर्ट के आधार पर कैंसिलेशन की कार्रवाई की गई। अब इन दुकानों का नए सिरे से ई-टेंडर निकाला जाएगा। हालांकि टेंडर निकलने में अभी वक्त लगेंगे।

ऐसे पोल खोलेगी मशीन

-मशीन का इंतजाम दुकानदार को खुद करना होगा।

-विभाग द्वारा नामित की गई संस्था की मशीन को ही वह लगवा सकेंगे।

-मशीन सीधे आबकारी मुख्यालय व जिला आबकारी अधिकारी में लगाए गए कंप्यूटर से कनेक्ट होगी।

-सेल्समैन द्वारा बोतल को स्कैन करते ही उसका पूरा ब्योरा अपने आप मशीन में फीड हो जाएगा।

-इस तरह किस दुकान पर कितनी बोतल और किस मात्रा की कितने बजे बेची गई डेटवाइज सब इस डाटा में मनीश खुद मर्ज कर देगी।

-शाम को दुकान व मशीन बंद करने से पहले बंद करते समय सेल्समैन को पूरा सेंड पर क्लिक करना पड़ेगा।

-क्लिक करते ही अपने आप जिले से लेकर मुख्यालय लखनऊ तक सारा ब्योरा दुकान व जनपद वार पहुंच जाएगा।

-जिला व लखनऊ मुख्यालय में बैठे अधिकारी दूसरे दिन इस डाटा को चेक करेंगे।

-गोदाम से शराब की निकासी के समय ऑनलाइन मौजूद यह डाटा स्टोर इंचार्ज द्वारा चेक किया जाएगा।

-पूर्व में दी एक-एक बोतल का रेकार्ड दुरुस्त होने के बाद ही दुकानदारों को दूसरी खेप दी जाएगी।

-जिस दुकान पर कम्प्यूटर लगाने की व्यवस्था नहीं है, वहां के ठेकेदार या सेल्समैन दूसरे दिन दस बजे के पहले डाटा किसी कम्प्यूटर सेंटर से भेज सकेंगे।

पीओएस मशीन लगवाए जाने के आदेश मुख्यालय से प्राप्त हुए हैं। इसे अमल में लाए जाने के निर्देश सभी दुकानदारों को दे दिए गए हैं। हालांकि मशीन के लिए कंपनी का निर्धारण विभाग ही करेगा। किस कंपनी की मशीन लगवाया जाना यह क्लियर होने के बाद तत्काल बाद मशीनें लगवा दी जाएंगी।

-संदीप बिहारी मोडवेल, जिला आबकारी अधिकारी

Posted By: Inextlive