-किसी भी सरकारी बिल्डिंग में फॉलो नहीं किए जा रहे ना‌र्म्स

-न तो ब्रेल लिपि से जुड़े सिग्नल्स लगे मिले और न ही साइनेज

PRAYAGRAJ: नेत्रहीनों की भलाई के लिए बड़ी-बड़ी बातें होती हैं। लेकिन ग्राउंड लेवल पर इनका इम्प्लीमेंटेशन नहीं होता। व‌र्ल्ड ब्रेल डे की पूर्व संध्या पर दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने सरकारी भवनों में नेत्रहीनों को दी जाने वाली बुनियादी सुविधाओं की पड़ताल की तो सच सामने आ गया। न तो कहीं ब्रेल साइनेज लगे थे और न ही उनके लिए ब्रेल सिग्नल्स मौजूद थे। पूछताछ में पता चला कि जिन नेत्रहीनों को यहां आना है वह अपने साथ हेल्पर को लेकर आते हैं। आइए जानते हैं कि कहां के क्या हालात रहे।

विकास भवन: चिराग तले अंधेरा

तीन मंजिला विकास भवन में दो दर्जन से अधिक विभाग संचालित हो रहे हैं। यहां रोजाना हजारों लोग अपने काम को लेकर दस्तक देते हैं। बता दें कि जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी का कार्यालय भी जमीनी तल में हैं। बावजूद इसके बिल्डिंग में कहीं भी ब्रेल साइनेज नही लगाए गए हैं। नेत्रहीनों के लिए योजनाएं हैं लेकिन फाइलों में कैद हैं।

बिजली विभाग: भूलकर भी नहीं आते नेत्रहीन

म्योहाल स्थित बिजली विभाग के कार्यालय में रिसेप्शन तो बना है। लेकिन यहां भी नेत्रहीनों की हेल्प का कोई इंतजाम नहीं है। अगर भूले-भटके कोई आ भी जाता है तो उसे किसी न किसी सहारे की जरूरत पड़ती है। यहां भी ब्रेल साइनेज नदारद था।

स्वास्थ्य विभाग: सर्टिफिकेट देते हैं लेकिन सुविधा नहीं

स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में दिव्यांगों की जांच कर उनको सर्टिफिकेट दिया जाता है। तय किया जाता है कि कौन कितने परसेंट नेत्रहीन है। लेकिन यहां पर भी ब्रेल से जुड़ा कोई साइनेज नजर नहीं आता। सर्टिफिकेट बनाने के लिए आने वाले नेत्रहीन परिजनों या सहयोगी के साथ आते हैं।

बेली हॉस्पिटल: पता नहीं कब मिलेगी राहत

इस हॉस्पिटल में लंबे समय से ब्रेल साइनेज, सिग्नल्स और टाइल्स लगाने की बात चल रही है। लेकिन अभी तक शुरूआत नहीं हुई है। कई बार मरीजों और उनके परिजनों की ओर से मांग भी उठ चुकी है। आई ओपीडी में आने वाले मरीजों को इस सुविधा की सख्त दरकार है।

सर्वेक्षण हो चुका, फाइल में कैद योजना

हाल ही में सरकारी कार्यालयों और भवनों का सर्वेक्षण किया गया है। इसमें कुल 18 भवनों को चिन्हित कर इनमें दिव्यांगों के लिए रैंप, ब्रेल साइनेज, टाइल्स आदि लगाने की बात कही गई है। लेकिन इसे अमलीजामा कब पहनाया जाएगा यह तय नहीं हो पाया है। इसके साथ ही शहर में बन रही नई सरकारी बिल्डिंग्स के नक्शे में दिव्यांगों के लिए दी जाने वाली सुविधाओं को अनिवार्य कर दिया गया है।

जिले के सरकारी विभागों में जल्द ही ब्रेल साइनेज लगाए जाएंगे। हमारी ओर से सरकार को सर्वे रिपोर्ट भेज दी गई है। दिव्यांगों के लिए कई राहतकारी योजनाओं का संचालन भी किया जा रहा है।

-नंदकिशोर याज्ञिक, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी, प्रयागराज

Posted By: Inextlive