-आईएसआई 227 गैंग के लीडर भाई पूर्व सांसद अतीक अहमद के बल पर बढ़ा अशरफ

-रंगदारी मांगने व जमीन पर कब्जा से लेकर गवाहों को धमकाने तक के हैं मुकदमे

PRAYAGRAJ: बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के पूर्व खालिद अजीम उर्फ अशरफ का अपना कोई वजूद नहीं था। उसकी पहचान सिर्फ आईएसआई 227 गैंग के लीडर बाहुबली अतीक अहमद से थी। इस गैंग में अशरफ सेकंडमैन के रूप में जाना जाता था। गैंग से जुड़े सारे गुर्गे अतीक के बाद इसी के इशारे पर काम किया करते थे। यही वजह है कि पहले लोकल स्तर पर लोगों के बीच दखलंदाजी शुरू की। अतीक को उसके खिलाफ एक भी बात अच्छी नहीं लगती थी। भाई का बल मिला तो वह हर वाक गुनाह करने लगा जिसमें उसे रुपये मिलने के आसान नजर आते थे।

अतीक के खौफ का उठाता था फायदा

पूर्व सांसद बाहुबली अतीक अहमद गैंग का रौब और खौफ न सिर्फ प्रयागराज आसपास के कई जिलों में भी फैला हुआ था। इसी खौफ का इस्तेमाल कर अशरफ व्यापारियों से रंगदारी मांगने के साथ जमीन पर अवैध कब्जा करने के काम में जुट गया। अतीक का अहमद का सगा भाई होने के नाते लोग उसके उसके सामने टिक नहीं पाते थे। इस गुनाह से कमाई गई दौलत देख अशरफ अवैध असलहों को रखने का शौक पाल बैठा। अवैध असलहों को लेकर फिल्मी स्टाइल में घूमना उसकी आदत में शुमार हो गया। छोटी-छोटी बात पर इसके साथ रहने वाले गुर्गो द्वारा फायरिंग व बमबाजी आम बात हो गई थी। अशरफ के खिलाफ खुल्दाबाद, धूमनगंज सहित थानों में रंगदारी मांगने, जमीन पर कब्जा करने व अवैध असलहा रखने एवं गवाहों को धमकाने तक के कई मुकदमे इन बातों के पुख्ता सुबूत हैं। अशरफ उन गवाहों को धमकाया करता था जो उसके खिलाफ दर्ज मुकदमों में गवाही देने की जुर्रत किया करता था

Posted By: Inextlive