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लाख रुपयों को पुलिस ने किया बरामद

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किलो 39.30 ग्राम सोने के आभूषण भी मिले

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किलो 517 ग्राम चांदी की ज्वैलरी भी मिली

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शातिर चोरों को भी पुलिस ने किया गिरफ्तार

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- अशोक नगर में कपड़ा व्यापारी के यहां हुई चोरी का हुआ खुलासा

- गैंग में शामिल छह गुर्गे गिरफ्तार, नगदी सहित लाखों की ज्वैलरी भी की गई बरामद

PRAYAGRAJ: अशोक नगर के कपड़ा व्यवसायी अरविंद सिंह अरोड़ा के यहां लाखों की चोरी का खुलासा करते हुए पुलिस ने सरगना समेत छह गुर्गो को गिरफ्तार कर लिया। वारदात के पहले गुर्गे के सदस्य रेकी करते थे, उसके बाद घटना का अंजाम दिया करते थे। पर सवाल है कि व्यापारी का घर अपार्टमेंट है फिर गैंग का गुर्गा उनके घर की सटीक रेकी कैसे किया होगा। पुलिस इस विषय पर तफ्तीश तो करेगी, पर इस चोरी में कोई न कोई 'अपना' होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता, क्योकि शातिरों को घर की सभी एक्टिविटी से लेकर नगद से लेकर ज्वैलरी तक की सटीक जानकारी थी। पुलिस ने व्यापारी के घर से चुराए गए लाखों रुपये व एक किलो से अधिक सोने एवं चांदी के आभूषण भी इस गैंग से बरामद किए हैं।

व्यापारियों के घर ही करते थे चोरी

कपड़ा व्यापारी के घर हुई चोरी के खुलासे को लेकर पुलिस एक्टिव थी। सीसीटीवी फुटेज की मदद से काफी हद तक चोरों के चेहरे से काफी हद तक नकाब उठ गया था। देर थी तो बस इनके पकड़े जाने की। सिटी के सर्कुलर रोड मंगलवार को गैंग के दो गुर्गे कशिश श्रीवास्तव निवासी बाबा जी का बाग अतरसुइया व मो। हमजा निवासी पुरामनोहरदास की बाग करेली पकड़ा गया। पुलिस ने कर्रा किया तो दोनों ने व्यापारी के घर हुई चोरी की बात कबूल ली। पूछताछ में पुलिस को मालूम चला कि गैंग में वसीम खान निवासी पूरा मनोहर दास की बगिया अकबरपुर करेली, अकरम अली निवासी हाजीनगर सुल्तानपुर भावा खुल्दाबाद मूल निवासी पश्चिम बंगाल व एताला भारते निवासी कल्याणी देवी मंदिर के बगल अतरसुइया तथा राजेश कुमार निवासी गुजराती मोहल्ला अतरसुइया भी शामिल है। यह मालूम चलते ही इन चारों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सभी ने बताया कि गैंग सिर्फ व्यापारियों के घर में ही चोरी की घटना को अंजाम दिया करता था।

सबके बंटे थे अपने-अपने काम प्रेस विज्ञप्ति के जरिये खुलासा करते हुए अभिषेक दीक्षित एसएसपी ने बताया कि चोरी के पहले रेकी करने की जिम्मेदारी वसीम को दी गई थी। रेकी बाद कशिश व हमजा चोरी को अंजाम दिया करता था। इनके द्वारा चुराई गई ज्वैलरी को एताला भारते गलाने के बाद बिस्किट बनाया करता था, जबकि अकरम बिस्किट को काटकर पीस बनाया करता था। बनाए गए इस पीस को मार्केट में बेचने की जिम्मेदारी राजेश को दी गई थी।

जवाब देने से भागते रहे एसएसपी

- खुलासे को लेकर एसएसपी के मीडिया सेल पर डाली गई रिलीज से कई सवाल उठ रहे थे

- जिनके जवाब जानने के लिए एसएसपी के सीयूजी नंबर 9454400248 पर कई दफा कॉल की गई

- मगर हमेशा की तरह उनका फोन बुधवार को भी रिसीव नहीं हुआ, इस पर पीआरओ को फोन लगाया गया

- पीआरओ ने अभी बात करवाते हैं कहकर पल्ला झाड़ लिया

- ऐसे में व्यापारी के घर हुई चोरी के खुलासे को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब निरुत्तर ही रह गया

- प्रश्न यह था कि व्यापारी का घर अपार्टमेंट है फिर गैंग का गुर्गा उनके घर की सटीक रेकी कैसे किया

- लाखों की इस घटना में व्यापारी के किसी जानने वाले का हाथ था या नहीं यह सवाल भी रह गया।

Posted By: Inextlive