कोरोना की प्राइवेट लैब की जांच में मनमानी जारी है. सरकारी तंत्र इस ओर ध्यान नही दे रहा है जबकि तीसरी लहर में रोजाना सैकड़ों सैंपल इन लैबों द्वारा कलेक्ट किए जा रहे हैं और सौ से अधिक पाजिटिव केसेज भी मिल रहे हैं. बावजूद इसके मनमानी पर लगाम नही लगाई जा रही है. दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने शुक्रवार को इस मामले की पड़ताल की तो सच सामने आ गया.

प्रयागराज (ब्यूरो)। शहर में चार प्राइवेट लैबों को कोरोना जांच करने का अधिकार दिया गया है। इनमें एसआएल लैब, पैथकाइंड लैब, डॉ। लाल पैथ लैब और थाइरोकेयर शामिल हैं। थाइरोकेयर अभी प्रयागराज में सैंपल कलेक्शन नही कर रहा है। बाकी तीनों लैब ने घर से सैंपल कलेक्शन का चार्ज 900 रुपए रखा है। इसमें दो सौ रुपए घर से सैंपल लेने के नाम पर एक्स्ट्रा शामिल हैं। एक ही घर में एक से अधिक सैंपल लेने पर भी एक्स्ट्रा चार्ज लिया जा रहा है। कहने के बावजूद यह लैब पब्लिक की सुनने को तैयार नही हैं।

गवर्नमेंट ने तय किए हैं चार्जेस
गवर्नमेंट ने कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले सैंपल कलेक्शन चार्जेस निर्धारित कर दिए हैं।
इसमें प्राइवेट लैब अपने प्रमाइस में सैंपल लेने पर 700 रुपए और घर से सैंपल लेने पर 900 रुपए लेंगी।
दो सौ रुपए कलेक्शन चार्ज रखा गया है। लेकिन अगर एक घर में एक से अधिक लोगों का सैंपल लेना हो तो भी पर हेड 900 रुपए ही लिए जा रहे हैं।
यह कहीं से भी तार्किक नही है। जब इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी गई तो अधिकारियों ने भी आश्चर्य जाहिर करते हुए मामले की जांच किए जाने की बात कही है।

कलेक्शन चार्जेस भी अलग से लेंगे
इतना ही नही, जब रिपोर्टर ने तीनों लैब के सेंटर्स पर बात की तो उन्होंने सौ रुपए कलेक्शन चार्जेस के लिए अलग से मांग की।
उनका कहना था कि 900 रुपए सरकार ने घर से सैंपल लेने को कहा है। लेकिन सौ रुपए एक्स्ट्रा लिए जाएंगे।
डॉ। पैथ लैब के प्रतिनिधि का कहना था कि दस किमी से अधिक रेडियस में जाने पर सौ रुपए अलग से लिए जाएंगे।
पैथकाइंड लैब के कर्मचारी का कहना था कि प्रयागराज में आरटीपीसीआर जांच मशीन नही लगी है। हमारे सैंपल वाराणसी भेजे जाते हैं।
इसलिए कलेक्शन चार्जेस लिया जाएगा। सवाल यह उठता है कि जब दो सौ रुपए अलग से चार्ज लिया जा रहा है तो फिर सौ रुपए लेने का क्या औचित्य है। ऐसे तो एक सैंपल कलेक्शन एक हजार रुपए पहुंच जाएगा।

रोजाना मिल रहे सौ से ज्यादा मरीज
कोरोना की तीसरी लहर शुरू होने के बाद से लगातार शहर की प्राइवेट लैबों में रोजाना एक हजार से अधिक जांच हो रही हैं और इनमें सौ से अधिक पाजिटिव मिल रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या मिलने की वजह से लोगों का रुझान प्राइवेट जांच की तरफ बढ़ रहा है। ऐसे में कलेक्शन चार्जेस में इस तरह से मनमानी पब्लिक की जेब को चूना लगा रही है। जिस पर रोक लगाना बेहद जरूरी हो गया है।

अगर एक ही प्रमाइस से एक से अधिक सैंपल लिए जा रहे हैं तो प्रत्येक में दो सौ रुपए एक्स्ट्रा लिया जाना समझ से बाहर है। इसकी पड़ताल की जाएगी। सरकार ने जो रेट निर्धारित किए हैं उतना ही पब्लिक दे। एक्स्ट्रा चार्ज देने की जरूरत नही है।
डॉ। एके तिवारी, डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस आफिसर, स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज

Posted By: Inextlive