लुटेरा पुसिल वाला
- बदमाशों के साथ मिलकर बनाई थी एक करोड़ से अधिक लूटने की थी प्लानिंग
- शहर के एक व्यापारी को मंडे की सुबह लूटने की थी प्लानिंग - एसटीएफ ने सर्विलांस की मदद से चार बदमाशों को दबोचा - पुलिस वाले का पता नहीं, गैंग का मास्टर माइंड भी फरार बदमाशों के साथ मिलकर बनाई थी एक करोड़ से अधिक लूटने की थी प्लानिंग - शहर के एक व्यापारी को मंडे की सुबह लूटने की थी प्लानिंग - एसटीएफ ने सर्विलांस की मदद से चार बदमाशों को दबोचा - पुलिस वाले का पता नहीं, गैंग का मास्टर माइंड भी फरार ALLAHABAD: allahabad@inext.co.inALLAHABAD: चित्रकूट का रहने वाला सूत्रधार। एक करोड़ रुपए से अधिक लूटने की प्लानिंग। सबसे अहम जिम्मेदारी मिली एक पुलिस वाले को। हथियार व कारतूस जमा करने के साथ बदमाशों की फौज तैयार करने की जिम्मेदारी। लूट का पूरा खाका तैयार। मंडे सुबह लूट की प्लानिंग और टारगेट था सिटी का एक फेमस बिजनेसमैन। लेकिन इसकी भनक एसटीएफ को लग गई। इलाहाबाद यूनिट ने इस वारदात को अंजाम देने से पहले ही चार बदमाशों को दबोच लिया। हालांकि लूट का मास्टर माइंड और आरोपी पुलिस वाला हत्थे नहीं चढ़ सका।
पहले करता था यहीं जॉबएसटीएफ इंस्पेक्टर नवेन्दु सिंह ने बताया कि चित्रकूट का रहने वाला मंजू उर्फ सुनील कुमार इलाहाबाद में एक व्यापारी के यहां जॉब करता था। दो साल तक वह जॉब करने के बाद काम छोड़कर गांव चला गया। वहां पर उसे लगा कि अगर एक बार कैश हाथ लग जाए तो पूरी लाइफ में जॉब करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। उसने इस काम के लिए अपने साथी राजेश से संपर्क किया।
पुलिस वाले ने किया इंतजाम एसटीएफ की माने तो राजेश ने इस काम को अंजाम तक पहुंचाने के लिए एक पुलिस कांस्टेबल रमा शंकर से मदद मांगी। उसने रमाशंकर को बताया कि एक बार में एक से दो करोड़ रुपए ट्रांजेक्शन होता है। अगर हाथ लग जाए तो काम बन जाएगा। ऐसे में उन्हें कुछ साथियों की जरूरत होगी और हथियार व कारतूस की भी। रमा शंकर ने हामी भर दी और कारतूस का इंतजाम भी कर दिया। साथ ही इन लोगों को बांदा के एक बदमाश मनोज सविता से मिलवा दिया। लूट की थी सटीक प्लानिंगपुलिस की माने तो मंडे को लूट की प्लानिंग बनी थी। सभी लोगों को संडे नाइट इलाहाबाद में बुला लिया गया। इस दौरान एसटीएफ को इसकी भनक लग गई। एसटीएफ ने रात में कीडगंज एरिया में दबिश दी। इस आपरेशन में चार बदमाश मनोज सविता, मनोज गोयल, कमलेश और राजेश कुमार पकड़े गए जबकि मास्टर माइंड मंजू वहां से भागने में सफल रहा। पकड़े गए बदमाशों के पास से फ्ख् बोर का पिस्टल, तमंचा और कई कारतूस मिले। साथ ही उनके पास से बिना नंबर की बाइक भी मिली है। आपरेशन को सफल बनाने में एसटीएफ के इंस्पेक्टर नवेन्दु सिंह के साथ एसआई अतुल सिंह, केसी राय और कांस्टेबल विजय कुमार शामिल रहे। एसटीएफ ने उस व्यापारी के नाम का खुलासा नहीं किया जिसके यहां लूट होनी थी। पुलिस को इस बात का डर है कि अगर उसका नाम ओपेन हो जाएगा तो वह दूसरे बदमाशों के टारगेट आ जाएगा।
यूं रची थी लूट की प्लानिंग -चित्रकूट के बदमाशों ने बनाई थी लूट की प्लानिंग -इलाहाबाद का कोई बिजनेसमैन था उनके टारगेट में - एक से दो करोड़ रुपए की लूट होने से बची, एसटीएफ का दावा - बदमाशों की फौज एक पुलिस ने की थी तैयार - जॉब छोड़ने वाले बदमाश ने ही रची थी लूट की साजिश - पिस्टल, तमंचा, कारतूस और बिना नंबर की बाइक बरामद