-डाक्टर कृष्ण सिंह लॉकडाउन से लेकर अभी तक लोगों की कर रहे थे मदद, पॉजिटिव होने के बाद मेदांता में थे भर्ती

PRAYAGRAJ: कोरोना पॉजिटिव होने के बाद स्वस्थ होने में शारीरिक के साथ-साथ मानसिक लड़ाई भी मायने रखती है। डिवाइन टच डेंटल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ। कृष्ण सिंह ने भी यह लड़ाई बखूबी लड़ी। वह लॉकडाउन से अभी तक गरीब और बेसहारों की मदद करते आ रहे थे। अचानक वह कोरोना पॉजिटिव हो गए। संक्रमण का दायरा उनके चेस्ट तक पहुंच गया था। इसके बाद उन्हें मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ में एडमिट होना पड़ा। यहां से वह कोरोना को मात देकर वापस लौटे।

महीनों बांटी खाद्य सामग्री

डेंटिस्ट डॉ। कृष्ण सिंह और उनकी पत्नी डॉ। रश्मि ने कोरोना काल में लंबे समय तक गरीबों को खाद्य सामग्री वितरित किया। इसमें अनाज, मसाले और सब्जी वगैरह शामिल थे। कई मोहल्लों और मलिन बस्तियों तक राहत सामग्री पहुंचाई गई। इसके बाद उन्होंने तमाम इलाकों में फॉगिंग और सेनेटाइजेशन का काम शुरू करा दिया। इसके लिए वह घर से बाहर निकलकर मोहल्लों में डिसइंफेक्ट करने पर पूरा ध्यान देते थे। इसी बीच वह कब संक्रमित हो गए, उन्हें पता ही नहीं चला।

सीरियस होने पर हुए भर्ती

12 सितंबर को डॉ। कृष्ण सिंह सीने में कंजेक्शन होने पर मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा। यहां पर उन्हें आक्ॅसीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ी। चेस्ट इंफेक्शन होने पर डॉक्टर्स को उनको फिट करने में काफी मेहनत करनी पड़ी। 24 सितंबर को डॉ। कृष्ण सिंह को डिस्चार्ज कर दिया गया। वह कहते हैं कि फिट होने के बाद लोगों की मदद करना बंद नहीं करेंगे। लेकिन इस बार पहले से अधिक सावधानी बरतनी जरूरी होगी।

Posted By: Inextlive