भरत मिलाप के आयोजन के लिए रोशनी से जगमगा रहा था पुराना शहर

आयोजन के दौरान कई प्रतियोगियों में जमकर हुआ साउण्ड कम्पटीशन

ALLAHABAD: रामदल की ऐतिहासिक यात्रा के बाद एकादशी पर श्री राम और भरत के मिलन के लिए पुराने शहर को आकर्षक ढंग से सजाया गया। देर रात चौदह वर्षो के वनवास के बाद ऐतिहासिक लोकनाथ चौराहे पर जैसे ही श्री राम ने भरत को गले से लगाया, जय श्री राम, जय श्री राम के जयकारों से इलाका गूंज उठा। चारों भाईयों का मिलन देख लोगों की आंखें डबडबा गई।

रोशनी देखने निकले लोग

इलाहाबाद की लाइटिंग और साउण्ड कम्पटीशन व‌र्ल्ड फेमस है। इसे देखने के लिए आस-पास के शहरों से भीड़ उमड़ती है। बुधवार को भरत मिलाप के लिए सभी रोशनी कमेटियों ने पुराने शहर को सजाया।

11 ब्राह्माणों ने किया स्वस्ति वाचन

मिलन के बाद मंच पर भरत, शत्रुघ्न व लक्ष्मण के साथ श्री राम विराजे तो पंडित अविरल पाठक के साथ 11 ब्राह्माणों ने स्वस्ति वाचन किया। पथरचट्टी रामलीला कमेटी के साथ ही पजावा रामलीला कमेटी की ओर से बने आकर्षक मंच पर भाईयों का मिलन हुआ। श्रीराम की सवारी कीडगंज, मुट्ठीगंज, रामभवन चौराहा होते हुए कोतवाली पहुंची। नखास कोना, कोतवाली होते हुए भरत और शत्रुघ्न लोकनाथ चौराहे पर पहुंचे। यहां भारी भीड़ के बीच चारों भाईयों का मिलन हुआ। इस दौरान राजकुमार केसरवानी, श्याम जी अग्रवाल, राजेश मेहरोत्रा, अमित कपूर, रामजी केसरवानी, ओम प्रकाश सेठी, रामजी मालवीय, शिवबाबू केसरवानी, अमिताभ टण्डन, आदित्य नारायण आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive