किराए के मकान में बाथरूम के अंदर दरोगा अतुल सिंह 31 की बॉडी मिलने से हड़कंप मच गया. वह नवाबगंज थाने पर करीब छह महीने से तैनात थे. दरोगा की बॉडी बाथरूम में मिलने की खबर से पूरा विभाग सन्नाटे में आ गया. थाना पुलिस के पास सीओ सोरांव व एसपी गंगापार भागकर मौके पर पहुंचे. अफसरों ने देखा तो कमरे से लेकर बाथरूम तक का दरवाजा खुला था. गमजदा पुलिस के जवान व अफसर जांच कर ही रहे थे कि एसएसपी भी मौके पर पहुंचे गए. फिंगर प्रिंट और डॉग स्क्वायड की टीम बुलाई गई. कमरे से लेकर बाथरूम तक में टीम द्वारा सिंगर प्रिंट लिए गए.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। दरोगा की बॉडी पर कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले। बदन पर सिर्फ एक अंडर बियर ही थी। यह बाल्टी में पानी भरा हुआ था। डॉग स्क्वायड भी कमरे के अंदर ही घूमता रहा। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी पर उनके बड़े भाई अमित सिंह व कुछ रिश्तेदार भाग कर मौके पर नवाबगंज थाने पहुंचे। बॉडी को देखते ही सभी की आंखें नम रहीं। छानबीन और लिखापढ़ी के बाद पुलिस शाम करीब चार बजे बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दी। शाम करीब सात बजे तक उनकी बॉडी का पोस्टमार्टम नहीं हो सका था। देर शाम तक मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका था। बॉडी के कंडीशन को देखते हुए विभाग के कुछ लोग हॉर्ट अटैक से मौत की आशंका जताते रहे।

2016 बैच दरोगा थे अतुल सिंह
वर्ष 2016 बैच के उप निरीक्षक अतुल सिंह के मौत के कारणों को लेकर जितने लोग उतनी बातें करते रहे। नवाबगंज थाने पर उनकी तैनाती दिसंबर महीने हुई थी। ज्वाइन करने के बाद वह थाने से थोड़ी दूर स्थित नवाबगंज बाजार में ही किराए पर रूम लेकर रह रहे थे। जिस मकान में उन्होंने किराए पर रूम लिया था वह रेलवे के रिटायर्ड लोको पायलट राधेश्याम यादव है। मकान के फस्ट फ्लोर पर राधेश्याम का बेटा सोनू दुकान खोल रखा है। सेकंड फ्लोर पर स्थित कमरे में दरोगा अतुल सिंह रहा करते थे। बताते हैं कि शुक्रवार रात आठ बजे के करीब वह ड्यूटी करके थाने से रूम पर आए थे। सुबह शनिवार को उनके इलाके की कोई शिकायत थाने पर आई थी। इस लिए थाने के किसी कांस्टेबल द्वारा उनके मोबाइल पर कॉल किया। मगर, उनका मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था। इस पर उस कांस्टेबल के जरिए इंस्पेक्टर को फोन कर दरोगा का मोबाइल स्विच ऑफ होने की जानकारी दिया। वह सोचा कि शायद अभी तक सो रहे हैं इस लिए उनके कमरे पर जा पहुंचा। रूम पर पहुंचा तो दरवाजा खुला था बाथरूम में उनकी बॉडी पड़ी हुई थी। यह देखते ही उसके होश उड़ गए। बात इंस्पेक्टर को बताया तो थाने में हड़कंप मच गया। थाने पर उनके बड़े भाई अमित व कुछ रिश्तेदारों के पहुंचने के बाद बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दी गई। दरोगा अतुल सिंह की मौत का कारण देर रात तक रहस्य बना रहा।

गाजीपुर के थे, लखनऊ में रहता है परिवार
पुलिस विभाग में होते हुए भी दरोगा अतुल सिंह बेहद सौम्य स्वभाव व मृदुभाषी थे। उनके स्वभाव और नेचर की तारीफ हर होई करता रहा। मूल रूप से गाजीपुर जनपद स्थित भरांव थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव निवासी दरोगा अतुल सिंह अरविंद सिंह के बेटे थे। दो भाईयों में छोटे अतुल के एक बेटा आयुष (7) भी है। बताते हैं कि उनकी पत्नी मेनका सिंह उर्फ रानी व बेटा और परिवार के अन्य लोग लखनऊ में रहते हैं। बच्चे की छुट्टी थी इस लिए कुछ दिनों से उनकी पत्नी गांव गई हुई थी। दरोगा अतुल सिंह के मौत की खबर सुनते ही पूरे परिवार में कोहराम मच गया।

परिवार वालों को सूचना दे दी गई है। उनकी मौत को लेकर पूरी गहन छानबीन की जा रही है। मौत का कारण जानने के लिए बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है। उनके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कॉज ऑफ डेथ का पता चलेगा।
अजय कुमार, एसएसपी प्रयागराज

Posted By: Inextlive