महाकुंभ में खुलेगा कछार वाला रूट
प्रयागराज ब्यूरो । लखनऊ और फैजाबाद चित्रकूट के रूट से महाकुंभ में आने वाली भीड़ के लिए फाफामऊ कछार वाले रास्ते को ओपन किया जाएगा। बनाए जाने वाले इस टंप्रेरी रूट से होकर श्रद्धालु अपने वाहन लेकर गंगा के किनारे-किनारे रिवर फ्रंट रूट से मेला क्षेत्र में पहुंच में दाखिल हो सकेंगे। इससे शहर के तेलियरगंज से लेकर दारागंज तक की सड़क पर बढऩे वाले श्रद्धालुओं के वाहनों का प्रेशर काफी हल्का हो जाएगा। साथ ही शहर के अंदर जाम जैसी स्थिति भी नहीं बनेगी। उधर वाराणसी की तरफ से आने वाले वाहनों को झूंसी पुल से पहले थाने के पास से टंप्रेरी रूट बनाकर श्रद्धालुओं के वाहन सीधे मेला क्षेत्र में प्रवेश करा दिए जाएंगे। इस तरह शास्त्री ब्रिज से लेकर दारागंज तक उधर से भी मेला के दौरान आने वाली भीड़ का प्रेशर काफी कम हो जाएगा। हालांकि श्रद्धालुओं पर इस रूट का प्रयोग करने के लिए मुख्य स्नान पर्वों के एक दिन पहले से एक दिन बाद तक क्राउड को देखते हुए प्रेशर बनाया जाएगा। बाकी दिनों श्रद्धालु किसी भी रूप से कभी भी आ जा सकेंगे।
शहर में फिर नहीं बनेगी जाम की स्थिति
महाकुंभ 2025 में प्रशासन के सामने सबसे बड़ा चैलेंज क्राउड कंट्रोल का ही होता है। सरकार द्वारा तैयारी में लगाए गए अनुभवी अफसरों की टीम इसका भी रास्ता निकाल ली है। फिलहाल जिस रूट का प्लान किया गया है, उससे कम से कम 40 से 50 प्रतिशत भीड़ शहर में प्रवेश किए बगैर सीधे मेला क्षेत्र में पहुंच जाएगी। प्लान पर गौर करें तो फाफमऊ की तरफ से मुख्य स्नान पर्वों पर आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन फाफमऊ के पहले कछार में उतारे जाएंगे। कछार में बनाए गए रूट से होकर सभी वाहन फाफामऊ स्नान घाट पर निर्मित दो पांटून पुल से गंगा नदी पार करके नदी किनारे से होकर शिवकुटी व सलोरी होते हुए मेला में पहुंच जाएंगे। मतलब यह कि उन वाहनों को शहर में प्रवेश करने की जरूरत नहीं होगी। फाफामऊ ब्रिज से लेकर तेलियरगंज बालसन चौराहा होते हुए दारागंज परेड तक वाहनों का प्रेशर कम हो जाएगा। इसी तरह एक रूट हर साल की तरफ इस बार भी शास्त्री ब्रिज के पहले थाने के पास से मेला क्षेत्र में सीधे बनाया जाएगा। ताकि वाराणसी रूट से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को सीधे मेला क्षेत्र में उतार दिया जाएगा। यमुना के नए ब्रिज से आने वाले वाहन ब्रिज के खत्म होते ही दाहिनी तरफ वाहनों को सीधे परेड में घुमा दिया जाएगा। मतलब यह कि मेला प्रशासन व जिले के अधिकारी महाकुंभ विशेष स्नान पर्वों पर ट्रैफिक कंट्रोल के लिए ऐसा प्लान तैयार किए हैं, ज्यादातर श्रद्धालुओं के वाहनों को शहर में प्रवेश की जरूरत ही नहीं पड़े। अब उनका यह प्लान कितना सक्सेस होगा यह आने वाला वक्त ही बताएगा।
मेला के अंदर भी बनेंगे पार्किंग स्थल
महाकुंभ के दौरान मेला के अंदर भी बड़े-बड़े कई पार्किंग स्थल बनाए जाएंगे। ताकि शहर के बाहर से मेला क्षेत्र में प्रवेश कराए जाने वाहनों को उन पार्किंग स्थलों पर पार्क कराया जा सके। इस पार्किंग में वाहनों को पार्क करने के बाद श्रद्धालु आसानी से अपने कल्पवासियों के टेंट या स्नान के लिए घाटों पर पहुंच सकेंगे। इससे श्रद्धालुओं को संत महात्माओं के टेंट तक पहुंचने में बहुत पैदल नहीं चलना पड़ेगा।