शास्त्री ब्रिज को मरम्मत के लिए किया गया था वन वेकई छात्रों का छूट गया नीट एग्जामजाम में फंसे रहे गए छात्र देर से पहुंचे तो सेंटर पर नहीं मिली इंट्री

प्रयागराज ब्यूरो । अंदावा की रहने वाली अकांक्षा सिंह सुबह तक बहुत खुश थीं। अकांक्षा ने नीट एग्जाम की पूरी तैयारी की थी। पौने बारह बजे अकांक्षा अपने मम्मी पापा के साथ सेंटर पर जाने के लिए निकलीं। मगर उन्हें क्या पता था कि आज शास्त्री ब्रिज पार कर पाना मुश्किल हो जाएगा। सवा बारह बजे अकांक्षा अपने गार्जियन के साथ जाम में फंस गईं। अकांक्षा की सांस ऊपर नीचे हो गई। जैसे तैसे जाम से निकल कर करीब डेढ़ बजे अकांक्षा सेंटर पर पहुंची। मगर वहां इंट्री क्लोज हो चुकी थी।

गार्जियन ने किया हंगामा
अकांक्षा का सेंटर महाप्रभु पब्लिक स्कूल में था। करीब एक बजकर पैंतीस मिनट पर अकांक्षा पहुंची। इंट्री का लास्ट टाइम एक बजकर तीस मिनट था। अकांक्षा महज पांच मिनट ले हुई थी। सेंटर का डोर क्लोज हो चुका था। अकांक्षा वहां थी तभी एक छात्र और एक छात्रा भी पहुंच गए। वह भी देर से पहुंचे थे। अकांक्षा और उनके पापा अरुण सिंह व मम्मी अर्चना सिंह गेट पर खड़े टीचर्स से रिक्वेस्ट करते रहे। मगर किसी ने नहीं सुनी। यह देखकर गेट के आसपास खड़े तमाम गार्जियन आ गए। गार्जियन ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया। शोरशराबा सुनकर एक सिपाही ने गेट खोला तो गार्जियन ने धक्का देकर पूरा गेट खोल दिया। अकांक्षा गेट के अंदर हो गई। मगर उसे एग्जाम हाल में नहीं जाने दिया गया।
पूरे साल की मेहनत हो गई बर्बाद
अकांक्षा ने बताया कि उन्हें कत्तई अनुमान नहीं था कि वन वे की वजह से जाम ज्यादा लग जाएगा। वह पौने बाहर बजे घर से निकलीं। मगर जाम की वजह से वह पेपर नहीं दे पाईं। उनकी पूरे साल की मेहनत खराब हो गई। अब अगले साल पेपर देना होगा।

जाम में फंसे रह गए छात्र
न जाने कितने बच्चों के कैरियर का सफर शास्त्री ब्रिज के वनवे के जाम में फंस कर रह गया। शास्त्री ब्रिज को मरम्मत के लिए वनवे किया गया था। जिससे भीषण जाम लग गया। रविवार को नीट का पेपर भी था। बच्चे अपने समय पर निकले, मगर जाम ने उनका रास्ता रोक लिया। जाम से जूझकर बच्चे सेंटर पहुंचे तो देर हो चुकी थी। बच्चों को सेंटर में इंट्री नहीं दिया गया। जिससे छात्रों की एक साल की तैयारी पर पानी फिर गया। सेंटर में इंट्री के लिए छात्र हाथ जोड़ते रहे, मगर उन्हें इंट्री नहीं मिल सकी।


झूंसी में रहने वाले तमाम स्टूडेंट का सेंटर शहर में था। जब सुबह मुझे शास्त्री ब्रिज को वनवे किए जाने की जानकारी हुई तो मैंने खुद प्रशासन के अफसरों से बात की। कहा कि आज नीट का एग्जाम है। पुल पर वनवे की वजह से जाम हो सकता है। तमाम बच्चों का पेपर छूट सकता है, पुल की मरम्मत का काम अगले दिन करा लिया जाए। मगर किसी अफसर ने बात नहीं सुनी। जाम की वजह से तमाम बच्चों का पेपर छूट गया।
बृजेश पांडेय, कोचिंग संचालक

Posted By: Inextlive