- एएमए में 45 और यूनाइटेड 200 मरीजों का होगा इलाज

- मरीजों को पहले से अधिक देना होगा शुल्क

शहर के प्राइवेट कोविड हॉस्पिटल्स में मरीजों के लिए बेडों की संख्या बढ़ा दी गई है। यूनाइटेड द मेडिसिटी में पूरे 200 बेड पर मरीज भर्ती होंगे तो श्रीसाईनाथ वात्सल्य एएमए हॉस्पिटल को 30 की जगह 45 बेड का कर दिया गया है। इससे मरीजों को अधिक लाभ होगा। अधिक से अधिक मरीज पेमेंट कर प्राइवेट हॉस्पिटल में बेहतर इलाज प्राप्त कर सकेंगे। बता दें कि यूनाइटेड द मेडिसिटी में 48 बेड का आईसीयू वार्ड भी अवेलेबल है।

पहले से अधिक लगेगा शुल्क

इन हास्पिटल्स में बेड की संख्या बढ़ी है तो मरीजों की फीस में वृद्धि की गई है।

नई दर के मुताबिक कोरोना के माडरेट सिकनेस के मरीजों से 8 की जगह 10 हजार,

सीवियर मरीजों से 13 की जगह 15 हजार

अधिक सीवियर मरीजों से 15 की जगह 18 हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से लिया जाएगा।

अब भोजन के लिए नहीं देना होगा अतिरिक्त शुल्क

यह दर एनएबीएच एक्रेडिटेड हॉस्पिटल से लिए निर्धारित है। मरीजों को इतना जरूर फायदा हुआ कि नई दरों में भोजन की दर को शामिल कर दिया गया है। जबकि पीपीई किट का खर्च पहले से ही सरकार ने शामिल कर रखा है। पहले मरीजों को खाने का शुल्क अलग से अदा करना पड़ता था।

कमिश्नर ने लिया जायजा

इस बीच कमिश्नर आर रमेश कुमार ने बुधवार को यूनाइटेड द मेडिसिटी का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। साथ ही कितने मरीज वेंटीलेटर या आक्सीजन पर है इसकी जानकारी भी प्रशासन को उपलब्ध कराई जाए। कमिश्नर ने कहा कि जरूरत पड़ने पर गंभीर मरीजों को एल थ्री हॉस्पिटल में रेफर किया जाना चाहिये। साथ ही कहा कि शासन द्वारा निर्धारित दर के हिसाब से मरीजों से शुल्क लिया जाना चाहिए। मौके पर अपर आयुक्त भगवान शरण व एडी हेल्थ उपस्थित रहे।

हमारे यहां दो सौ बेड पर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। सभी बेड पर इलाज की सुविधा उपलब्ध है। आईसीयू के बेड बढ़ाने के लिए कहा गया है जिसकी कोशिश जारी है।

डॉ। प्रमोद कुमार, निदेशक, यूनाइटेड द मेडिसिटी

हॉस्पिटल में 30 की जगह 45 बेड पर मरीजों को भर्ती करने की प्रक्रिया एक से दो दिन में शुरू हो जाएगी। हालांकि इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। वर्तमान में 33 मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।

डॉ। आशुतोष गुप्ता, चेस्ट फिजीशियन, श्रीसाईंनाथ वात्सल्य एएमए हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive