उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के खिलाफ प्रतियोगियों का एक गुट लामबंद है। प्रतियोगी आयोग पर स्केलिंग प्रक्रिया में बदलाव का आरोप लगा रहे हैं। सोशल मीडिया में आयोग द्वारा जारी किए गए पीसीएस-2020 के नोटिफिकेशन को डालकर स्केलिंग में परिवर्तन के बिंदुओं को प्रस्तुत किया जा रहा है। आयोग को घेरने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने की तैयारी चल रही है। साथ ही स्केलिंग प्रक्रिया में किए गए बदलाव के खिलाफ प्रतियोगी छात्र आयोग पर प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं।

अध्यक्ष कर रहे प्रतियोगियों को गुमराह

भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह का आरोप है कि आयोग अध्यक्ष व सचिव प्रतियोगियों को लगातार गुमराह कर रहे हैं। वह सुप्रीम कोर्ट व संघ लोकसेवा आयोग का हवाला देते हुए स्केलिंग पद्धति पीसीएस-2018 में नियमानुसार लागू करने का बयान जारी कर रहे हैं। लेकिन, उसमें सत्यता नहीं है। इसका सुबूत पीसीएस-2020 का नोटिफिकेशन है। उसमें स्केलिंग में परिवर्तन बिंदु प्रस्तुत किया गया है। आयोग जिस सुप्रीम कोर्ट केस का हवाला दे रहा है, उसका मूल आर्डर पीसीएस-जे के लिए हुआ था। पीसीएस-2018 मुख्य परीक्षा में खेल किया गया है। इसके खिलाफ आर-पार की लड़ाई छेड़ी जाएगी।

राजकीय इंटर कालेजों को मिले हिंदी के 23 प्रवक्ता

प्रदेश के अलग-अलग राजकीय इंटर कॉलेजों में खाली हिंदी विषय में प्रवक्ता का पद जल्द भर जाएगा। इसके लिए उप्र लोकसेवा आयोग ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश विशेष अधीनस्थ शिक्षा सेवा (महिला संवर्ग) के अंतर्गत राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता हिंदी के 23 पदों का रिजल्ट घोषित कर दिया। सीधी भर्ती के तहत 24 व 25 जून को आयोग में अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लिया गया था। इंटरव्यू खत्म होने के पांचवे दिन आयोग ने रिजल्ट घोषित कर दिया। चयनितों में एक अनुसूचित जाति, नौ ओबीसी, 13 पद सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी शामिल हैं। आयोग ने कुछ दिनों पहले सीधी भर्ती के राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के प्रवक्ता भूगोल, समाजशास्त्र, गणित व वाणिज्य विषय का रिजल्ट घोषित किया था। आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि लंबित भर्तियों को पूरा करके चयनितों को नियुक्ति देने की दिशा में आयोग तेजी से काम कर रहा है। यही कारण है कि इंटरव्यू पूरा करने के कुछ दिनों बाद ही रिजल्ट घोषित कर दिया जाता है। आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण रिजल्ट घोषित किए जाएंगे।

Posted By: Inextlive