एयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अजीत सिंह यादव हुए साइबर क्राइम के शिकार

ALLAHABAD: इन्हें सिर्फ अपने लक्ष्य से मतलब है। लुटने वाला कौन है? छात्र, व्यापारी या कोई कर्मचारी, इससे कोई मतलब नहीं। बस टारगेट तय कर लिया और लग गए हर हाल में इसे एचीव करने में। इस पर उन्होंने शिकार बनाया इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष अजीत सिंह को। फोन पर वेरीफिकेशन के नाम पर एटीएम की पूरी डिटेल ली और उसे आनलाइन शापिंग करके एकाउंट खाली कर डाला।

आधार कार्ड का नम्बर मांगा था

चांदपुर सलोरी के रहने वाले अजीत यादव 2005 में इलहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। वह अपने परिवार के साथ चांदपुर स्थित आवास विकास कलोनी में रहते हैं। पिछले दिनों उनके मोबाइल पर एक काल आयी। कॉल करने वाले ने आधार नम्बर बैंक एकाउंट से लिंक करने की बात कही। अजीत बताते हैं कि काल करने वाले युवक ने फोन पर ही कई प्रोसेज बताया जो मैं पूरा करता गया। कुछ देर के बाद जब मैं अपने मोबाइल पर आए एक मैसेज को पढ़ा तो भेजा खराब हो गया। मेरे एसबीआई एकाउंट से लगातार पैसे निकल रहे थे। जब तक मैं कुछ समझ पाता साइबर क्रिमिनल्स ने मेरे एकाउंट से कुल 48 हजार रुपए की आनलाइन शापिंग कर डाली थी। इसके बाद वह तत्काल सक्रिय हुए और नजदीक के एटीएम पहुंचकर बाकी के बचे 12 हजार रुपए निकालकर 100 नम्बर पर सूचना दे दी। अजीत की तहरीर पर साइबर क्राइम के तहत पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

Posted By: Inextlive