दिनदहाड़े वकील की हत्या के बाद दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने शहर के विभिन्न तबके के लोगों से बातचीत की। सबने शहर में बढ़ते अपराध के ग्राफ पर चिंता जताई। साथ ही यह भी कहा कि लगता है कि अब अपनी सुरक्षा खुद ही करनी होगी

समाज में डर, भय व मानवीय संवेदना खत्म हो गई है। शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति इसी तरह लचर होती रही तो न व्यक्ति का कल्याण होगा और ना ही समाज उन्नति की राह पर आगे बढ़ सकेगा।

-नंदल हितैषी, वरिष्ठ रंगकर्मी

अपराधियों में कानून का डर समाप्त हो गया है। लगातार ऐसी घटनाएं घटित हो रही हैं कि लोग दहशत में जीने को मजबूर हो गए हैं। अगर इस दहशत को पुलिस नहीं समाप्त कर सकी तो स्थिति बद से बदतर होती जाएगी।

-डॉ। श्लेष गौतम, वरिष्ठ कवि

पता नहीं शहर की आबोहवा को क्या हो गया है। रोजाना होने वाली ऐसी घटनाएं हमारे शहर की कानून व्यवस्था की ओर इशारा कर रही हैं। लगता है कि अपनी सुरक्षा खुद करनी होगी।

-डॉ। कमलाकर सिंह

आए दिन होने वाली हत्याएं लॉ एंड आर्डर को चैलेंज कर रही हैं। अपराधियों को किसी का भय नही रह गया है। इसलिए कानून को उनके साथ उसी सख्ती से पेश आना होगा।

-डॉ। राजीव सिंह

दिन दहाड़े एडवोकेट की हत्या की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। तत्काल अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जाए। हत्याकांड से पूरे अधिवक्ता समाज में रोष व दहशत व्याप्त है।

-आरिफ इकबाल, वरिष्ठ नेता एआईएमआईएम

यूनिवर्सिटी एरिया से कुछ दूरी पर ही यह घटना हुई है। आसपास छात्र और वकीलों का गढ़ है। ऐसी जगह पर वारदात से समाज में भय व्याप्त होता है। कानून व्यवस्था को सख्त बनाए जाने की जरूरत है।

-प्रो। एआर सिद्दकी, वाइस प्रेसिडेंट इलाहाबाद यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन

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सिद्धार्थनाथ सिंह ने जताई सहानुभूति

सूबे के प्रवक्ता एवं चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इलाहाबाद में वकील राजेश श्रीवास्तव की हत्या का घोर निंदा करते हुए मृतक परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अपराधी किसी भी हालत में अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे। मंत्री ने जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से बात कर हत्यारों का अति शीघ्र पता लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने एसएसपी से टॉप टेन शूटर की लिस्ट तत्काल शासन को उपलब्ध कराने हेतु निर्देश दिए।

Posted By: Inextlive