मंहगाई की मार से नहीं पक रही दाल
अरहर को छोड़ अन्य दालों की कीमतों में आया उछाल
ALLAHABAD: सिविल लाइंस के रहने वाले विश्वनाथ प्राइवेट जॉब करते हैं। वह 12 हजार रुपए प्रतिमाह कमाते हैं। दाल की बढ़ी कीमतों के बारे में पूछने पर कहते हैं, अब तो वही हाल हो चला है कि आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपइया। दाल के बढ़े दाम ने पूरा बजट बिगाड़ दिया है। महंगाई की मार से आम आदमी की थाली से दाल दूर होती दिख रही है। दालों के दाम में लगातार उतार चढ़ाव से हर कोई परेशान है। लगातार उतार चढ़ावबीते सप्ताह अरहर की दाल का रेट रिटेल मार्केट में 160 रुपए और थोक में 120 रुपए था। मगर हाल ही में इसके दाम में दस से पन्द्रह रुपए की गिरावट आई है। लेकिन उड़द, मटर, चना और मूंग की दाल के दाम काफी तेजी से चढ़े हैं। धुली उड़द की दाल करीब एक हफ्ते में बीस से पचीस रुपए प्रति किलो बढ़ गई है। इस समय धुली उड़द की दाल फुटकर में 140 से 145 रुपए प्रति किलो बिक रही है। समान्य उड़द की दाल थोक में 130 रुपए प्रति किलो है तो फुटकर में यह 140 रुपए किलो बिक रही है। वहीं चना की दाल थोक में 68-70 रुपए रुपए किलो से बढ़कर इस समय 75 से 80 रुपए किलो पहुंच गई है। मटर की दाल थोक में 40 रुपए तो फुटकर में यह 45 से 50 रुपए प्रति किलो रेट के हिसाब से बिक रही है। खड़ा चना का भाव में भी दस रुपए बढ़कर 70 रुपए किलो हो गया है।
दाल थोक फुटकर अरहर 132 145 मसूर 80 100 उड़द 130 140 चना 75 90 मटर 40 50 मूंग धुली 110 125 मूंग छिलका 100 115 खड़ी मूंग 95 110 काली मसूर 75 85 खड़ी उड़द 160 180 क्या कहते हैं फुटकर व्यापारीबड़े व्यापारियों द्वारा जमाखोरी की वजह से दाल के भाव में काफी तेजी आई है। यही वजह है कि पिछले कुछ दिनों से बार बार दाल के रेट में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
नवीन, कटरा सरकार जमाखोरों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। जिला प्रशासन का भी यही हाल है। इसकी वजह से बड़े व्यापारी मनबढ़ होकर मार्केट से खेल रहे हैं। तारिक सिविल लाइंस