सूबे के सरकार की रहनुमाई कर रहे जिम्मेदार लोगों के दुख दर्द से कितना सरोकार रखते हैं? इसकी हकीकत शुक्रवार को पब्लिक के सामने आई. जिले में होने के बावजूद डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा व जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह मारे गए परिवार के दरवाजे तक जाना मुनासिब नहीं समझे. कार्यक्रमों में तालियां बटोर रहे इन दोनों जिम्मेदारों के नाक तक पीडि़त परिवारों की मातमी गूंज नहीं पहुंच सकी. मदद की आश में मुसीबत के मारों की इनके द्वारा की गई यह उपेक्षा शुक्रवार को चर्चा का विषय बन गई. भाजपा के नेताओं की मानवीय संवेदना तक पर सवाल उठाने से लोग खुद को नहीं रोक सके.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहर के फाफामऊ गोहरी स्थित मोहनगंज फुलवरिया में दलित फूलचंद व उसकी पत्नी मीनू और बेटी सपना एवं बेटे शिव की हत्या कर दी गई। इस पूरे परिवार की हत्या से मानवता कराह उठी। आम पब्लिक ही नहीं तमाम खास का भी कलेजा कांप उठा। पीडि़त परिवार को सांत्वना देने व उनके आंसू पोछने वाले नेताओं का तांता लग गया। तमाम स्थानीय नेता ही नही नहीं, कांग्रेस की महा सचिव प्रियंका गांधी तक परिवार से मिलने जा पहुंची। मगर, सूबे के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा व जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह इस परिवार से मिलना मुनासिब नहीं समझे। जबकि मारे गए लोगों के आंसू बहा रहे परिजन प्रदेश सरकार से मदद और इंसाफ की गुहार लगाते रहे। इस परिवार के इस गुहार की सरकार के दोनों जिम्मेदारों द्वारा की गई उपेक्षा को लेकर लोगों में काफी नाराजगी रही। चर्चाओं पर गौर करें तो पब्लिक का कहना था कि डिप्टी सीएम और मंत्री का परिवार से न मिलना भाजपा सरकार की मंशा में खोट को दर्शाती है।

Posted By: Inextlive