प्रयाग का मान बढ़ाएगा 'कुंभ गान'
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन, प्रख्यात गायक शंकर महादेवन या सूफी गायक कैलाश खेर में से कोई एक देगा गाने को आवाज
dhruva.shankar@inext.co.in ALLAHABAD: संगम की रेती पर अगले वर्ष लगने वाले धार्मिक मेला कुंभ में बॉलीवुड का जादू देखने व सुनने को मिलेगा। दरअसल कुंभ मेला में आकर्षण पैदा करने व इसकी ख्याति जन-जन तक पहुंचाने के लिए 'कुंभ गान' तैयार किया गया है। इस गान को सदी के महानायक अमिताभ बच्चन, प्रख्यात सूफी गायक कैलाश खेर या प्रख्यात पाश्र्र्व गायक शंकर महादेवन में से कोई एक आवाज देगा। इसके लिए पर्यटन विभाग जीतोड़ मेहनत व प्रयास में जुटा हुआ है। तैयार हो चुके हैं गाने के बोलकुंभ मेला के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब पर्यटन विभाग ने 'कुंभ गान' तैयार कराया है। हालांकि अभी कुंभ गान के कन्टेंट ही तैयार किए गए हैं। इसके बोल इस इस प्रकार हैं 'जहां शंख प्राण तक गूंज उठे, जहां भक्ति लहर उठकर बोले। जहां पुण्य जगे गहराई से और श्रद्धा भी आंखें खोले। सब उस दर्शन के लिए चलें, चलो कुंभ चलें चलो कुंभ चलें'
सितंबर में होगी गाने की लांचिंगपर्यटन विभाग ने कुंभ गान को सबसे पहले हिन्दी भाषा में प्रसारित करने की योजना बनाई है। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो सितंबर महीने के दूसरे या तीसरे सप्ताह में गाने की भव्यता के साथ लांचिंग कराई जाएगी। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव की मानें तो अमिताभ बच्चन, शंकर महादेवन व कैलाश खेर में से जिसकी स्वीकृति मिल जाएगी। हमारी कोशिश होगी कि लांचिंग के समय उस कलाकार को भी इलाहाबाद में आमंत्रित किया जाय।
पर्यटन विभाग की खास रणनीति - कुंभ मेला के इतिहास में पहली बार तैयार कराए गए कुंभ गान को बॉलीवुड के कलाकार आवाज देंगे -इसका कन्टेंट को बॉलीवुड की एक नामचीन संस्था 'मै कान' से तैयार कराए गए हैं। -गान को प्रयागराज मेला प्राधिकरण और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी मंजूरी दे दी है। -इस गान को देश में हिन्दी के अलावा अंग्रेजी भाषा में भी प्रसारित कराया जाएगा। -विदेशी भाषाओं में गान को तैयार करने का निर्णय जुलाई के पहले सप्ताह में लिया जाएगा। सीएम के निर्देश पर पहली बार कुंभ गान बनाया जा रहा है। इसका कन्टेंट तैयार करा लिया गया है। बॉलीवुड के तीन मशहूर कलाकारों से गाने को आवाज देने की बात चल रही है। जिसकी स्वीकृति मिल जाएगी उसके बाद इसे सबसे पहले हिन्दी भाषा में प्रसारित कराने की योजना है। दिनेश कुमार, उप निदेशक पर्यटन विभाग