09बजे सुबह से शुरू हुआ था मतदान112प्रत्याशी विभिन्न पदों पद थे मैदान में03बजे तक करीब 2200 पड़े चुके थे मत05हजार 931 वोटरों को करना था मतदान03बजे के बाद उठी फर्जी वोटिंग की हवा04साढ़े 04 बजे शुरू हो गया बड़ा हंगामा

प्रयागराज ब्यूरो । बजे के बाद हंगामा बरप गया। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता जुड़ गए। धीरे-धीरे बात बढ़ी तो कुछ समर्थक 'दो नंबर की मतपेटीÓ बाहर उठा लाए और तोड़कर उसमें पड़े हुए मतों की पर्ची रोड पर बिखेर दिए। मतपेटी लूटे जाने की खबर फैली तो तमाम प्रत्याशी व उनके समर्थक आपे से बाहर होकर हंगामा शुरू कर दिए। समर्थक व प्रत्याशी आपे से बाहर होते इसके पूर्व मतपेटी तोडऩे वाले वहां से भाग निकले। खबर पाते ही भारी संख्या में फोर्स के साथ पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस के द्वारा आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला गया। घंटों बाद नाराज अधिवक्ता किसी तरह शांत हुए और मतदान स्थगित कर दिया गया। क्योंकि चुनाव हाईकोर्ट के निर्देश पर हो रहा था। लिहाजा एल्डर कमेटी के द्वारा घटना से सम्बंधित लेटर व फुटेज हाईकोर्ट भेजे जाने की बात कही गई। कर्नलगंज पुलिस के मुताबिक जिला अधिवक्ता संघ की ओर से तहरीर देने की बात कही गई है। तहरीर मिलते ही केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।

करीब 220 वोटर कर चुके थे मतदान

जिला अधिवक्ता संघ की चुनावी धमाचौकड़ी पिछले कई दिनों से चल रही थी। कचहरी में हो रहे इस चुनाव की खुमारी अधिवक्ताओं पर छाई हुई थी। चुनावी मैदान में विभिन्न पदों के लिए करीब 112 प्रत्याशी मैदान में थे। सभी प्रत्याशी व उनके समर्थक अधिवक्ताओं के बीच प्रचार-प्रसार में दिनरात एक कर दिए। एक-एक वोट व खेमें को अपनी ओर करने में प्रत्याशी कोई कोरकसर नहीं छोटे। बताते हैं कि इस बीच चुनाव को लेकर कुछ दिक्कत आ गई। मामले को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया। हाईकोर्ट के द्वारा एडीएम सिटी व एल्डर कमेटी के द्वारा चुनाव कराने के निर्देश दिए। हाईकोर्ट के निर्देश पर मतदान के लिए 27 अक्टूबर की डेट फिक्स की गई। इसी के तहत मतदान को लेकर सुबह से ही कचहरी परिसर से रोड तक माहौल चुनाव वाला रहा। केस, मुअक्किल व फाइलों को छोड़कर सारे वकील जिला अधिवक्ता संघ के चुनाव में मशगूल रहे। सुबह निर्धारित समय करीब नौ बजे से यहां मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई। करीब 05 हजार 931 अधिवक्ता वोटर धीरे-धीरे मतदान के लिए पहुंच रहे थे। दोपहर करीब तीन बजे तक शांतिपूर्ण माहौल में करीब 2200 मतदाता वोटिंग कर चुके थे। इसी के बाद बवाल शुरू हो गया और मतदान प्रक्रिया स्थगित कर दी गई।

कब क्या हुआ
दोपहर तीन बजे के बाद अचानक चुनावी माहौल में फर्जी वोटिंग की हवा घुल गई। फर्जी मतदान की बात वकीलों के कान तक पहुंची तो शांतपूर्ण माहौल अशांति में बदल गई।
प्रत्यक्षदर्शी अधिवक्ता बताते हैं कि फर्जी वोटिंग के मामले को लेकर हंगामा शुरू हो गया। शोरशराबा सुनकर सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता उस कैंपस में पहुंच गए। जहां मतदान चल रहा था।
कुछ अधिवक्ता एक दूसरे से हाथा-पाई पर उतर आए। ऐसे में माहौल और भी गर्म हो गया।
मतदान के लिए यहां कुल 12 मतपेटियां रखी गई थीं। इसमें से हंगामें के बीच कुछ समर्थक अचानक दो नंबर की एक मतपेटी खींचकर बाहर उठा लाए।
जब तक लोग कुछ समझ पाते वे मतपेटी को तोड़कर उसमें वोटरों द्वारा डाले गए मतों की पर्ची सड़क पर बिखेर दिए।
मतपेटी लूटे जाने की खबर से माहौल और भी बिगड़ गया। इससे नारा प्रत्याशी व उनके समर्थक हंगामा शुरू कर दिए।
हंगामा बवाल में बदलता इसके पूर्व पेटी लूटने वाले समर्थक वहां से भाग निकले। जिला अधिवक्ता संघ के चुनाव में मतपेटी लुटने जाने की खबर से पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया।
भारी संख्या में फोर्स के साथ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। किसी तरह सीनियर्स अधिवक्ताओं के सहयोग से अफसरों के द्वारा माहौल को शांत कराया गया।
बताते हैं कि इस घटना के बाद तुरंत मतदान को स्थगित कर दिया गया। पुलिस के द्वारा आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला गया।
पुलिस के मुताबिक पूरी घटना कैमरे में कैद हुई है। फुटेज की मदद से मतपेटी तोडऩे वालों की पहचान में पुलिस देर रात तक जुटी रही।

Posted By: Inextlive