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बड़ी घटनाओं के खुलासे को पुलिस आजमाती है हथकंडा, फिर भी नहीं मिलता सुराग बंसल हत्याकांड में पहले जारी स्केच से नहीं मिला सुराग, अब दूसरा जारी

ajeet.singh@inext.co.in

ALLAHABAD: बार-बार निराशा हाथ लगने के बाद भी आशा का दामन नहीं छूट नहीं रहा है। जरूरत है एक अदद सालिड क्लू की। वह या तो हत्यारों का रास्ता बता दे या फिर उसका सुराग दे दे जिन्होंने इस वारदात को अंजाम दिलाया है। डेढ़ महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अभी तक हत्यारों का पता लगाने की दिशा में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई पुलिस ने अब स्केच का सहारा लिया है। करीब एक पखवारे पहले भी एक स्केच जारी कर चुके हैं। वहां नाकामी मिली तो दूसरी बार कोशिश किया है। उम्मीद कायम है कि शायद कोई रास्ता मिल जाए। वैसे लगभग हर बड़ी वारदात के बाद पुलिस ने स्केच जारी किया है। इसे संयोग कहें या कुछ और आज तक एक भी स्केच पुलिस के लम्बे हाथ अपराधियों तक नहीं पहुंचा सका।

इन बड़ी घटनाओं में पुलिस ने जारी किया स्केच

डॉ एके बंसल

12 जनवरी 2017 शाम जीवन ज्योति हॉस्पिटल के निदेशक डॉ एके बंसल की उनके ही केबिन में गोली मारकर हत्या कर दी गई। चारों तरफ से सीसीटीवी कैमरे से निगरानी और गार्डो के साथ आउंसर्स की फौज होने के बाद भी बदमाश अपना काम करके निकल गए और किसी को हवा तक नहीं लगी। डॉ बंसल की हत्या से चिकित्सक ही नहीं शहरवासी भी स्तब्ध रह गए। हंगामा बवाल हुआ। पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीमें घटना के खुलासे के लिए लगीं। लेकिन, सारे प्रयास अब बेकार ही साबित हुए। न सर्विलांस काम आया और न ही मुखबिर। लम्बी पूछताछ भी काम नहीं आयी।

ITBP के दो कांस्टेबल्स की हत्या

आठ सितंबर 2013 को रेड लाइट एरिया मीरगंज में आईटीबीपी 18वीं बटालियन के कांस्टेबल लालमणि और अनूप सिंह की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। लालमणि झारखंड और अनूप उत्तराखंड का रहने वाला था। मुख्य आरोपी फैसल को पुलिस ने तीन दिन बाद अरेस्ट कर लिया। लेकिन, घटना की सूत्रधार मुस्कान अभी तक हाथ नहीं आई है। बताया गया कि मुस्कान के कहने पर ही फैसल रेड लाइट एरिया में पहुंचा था और गोली चलाई थी। पुलिस ने रेड लाइट एरिया के कई लोगों से मिले हुलिए के आधार पर मुस्कान का स्केच जारी किया था। इस सनसनीखेज हत्याकांड का कारण अब तक पता नहीं चला है क्योंकि मुस्कान पकड़ में नहीं आई।

डी-दमास में डाका और हत्या

शहर के सबसे पाश एरिया सिविल लाइंस में स्थित इस ज्वैलरी शाप के ओनर धु्रव अग्रवाल की दुकान बंद करने से ठीक पहले दुकान में ही हत्या और करीब पांच करोड़ की ज्वैलरी की लू हुई थी। हत्यारे मोबाइल कैमरे के साथ सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए थे। लेकिन, इसका खुलासा अब भी दूर की कौड़ी है। पुलिस ने 12 जनवरी 2011 को हुई घटना में कोई सुराग न मिलने पर अपराधियों का स्केच जारी किया। लेकिन, कोई नतीजा नहीं निकला।

एटीएम गार्ड हत्या और लूटकांड

14 अक्टूबर 2011 को ममफोर्डगंज में एचडीएफसी बैंक के एटीएम में रुपये पहुंचाने आए सिक्योरिटी गार्ड भागीरथी तिवारी और सत्य प्रकाश दुबे को गोली मारकर बाइक सवार बदमाशों ने 44 लाख रुपए लूट लिए। दोनों गार्ड्स की मौत हो गई थी। हमले में कस्टोडियन हेड मुकेश भी जख्मी हो गया था। मुकेश और ड्राइवर रूपेंद्र से मिले हुलिए के आधार पर पुलिस ने दो बदमाशों के स्केच जारी किए थे। स्केच आगरा के एक्सपर्ट से बनवाए गए थे लेकिन रिजल्ट रहा जीरो।

कई और भी है मामले

इन बड़ी घटनाओं के अलावा जनपद पुलिस ने कई और घटनाओं में शामिल अपराधियों का स्केच जारी कर चुकी है। मगर आज तक जांच में जुटी पुलिस एक भी स्केच से जुड़े अपराधी को पकड़ पाने में नाकाम साबित हुई है। पुलिस द्वारा कुछ खास बड़ी घटनाओं में स्केच जारी किया गया। ये सभी स्केच कहीं न कहीं पुलिस को या तो मुखबिर के जरिए या फिर चश्मदीद के बताए हुलिए के आधार पर तैयार किया गया लेकिन कामयाबी दूर ही रही। इसके बाद भी पुलिस को उम्मीद है कि इस बार शायद सफलता मिल जाए।

पब्लिक से मिले फीडबैक के आधार पर स्केच तैयार कराया गया है। पुलिस का पूरा प्रयास है कि डॉ। बंसल के हत्यारों का कोई क्लू मिल जाए ताकि हत्यारे पकड़े जा सकें।

शलभ माथुर

एसएसपी, इलाहाबाद

Posted By: Inextlive