इलाहाबाद में दुर्गा पूजा महोत्सव को यादगार बनाने की कवायद, पंडाल निर्माण का काम अंतिम दौर में

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ALLAHABAD: भारतीय संस्कृति की अनोखी छटा का दीदार करना हो तो इस बार शहर का दुर्गा पूजा महोत्सव आपके स्वागत के लिए तैयार है। चाहे डेढ़ सौ साल पुरानी कर्नलगंज बारवारी हो या रामानंद नगर की पूजा समिति। दुर्गा पूजा महोत्सव के लिए बनाए जा रहे पंडालों को भव्यता देने का काम अंतिम दौर में है। पंडालों को बेहतरीन लुक देने के लिए आधा दर्जन से अधिक कमेटियों ने कोलकाता से कारीगरों को बुलाया है।

नंदीग्राम जैसा बना पंडाल

लूकरगंज बारवारी दुर्गा पूजा इस बार स्थापना का 111वां महोत्सव आयोजित कर रहा है। लूकरगंज क्लब में कोलकता के कारीगरों से पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम की तर्ज पर 80 फिट ऊंचा पंडाल बनवाया गया है। इसमें टेराकोटा से निर्मित 250 घोड़े प्रतीक के तौर पर पंडाल में लगाए गए हैं। यहां महोत्सव का शुभारंभ शुक्रवार से होगा।

मंदिरों के गुम्बज जैसा आकार

शहर की 165 वर्ष पुरानी कर्नलगंज दुर्गा पूजा समिति द्वारा नए अंदाज में देवी मां की अराधना होगी। पूजा पार्क में कोलकता के मंदिरों की तर्ज पर पंडाल बनाया जा रहा है। इसमें मंदिरों के कई गुम्बज बनाए जा रहे हैं। पंडाल का मुख्य द्वार दक्षिणेश्वर काली बाड़ी कोलकता की प्रतिकृति की तरह होगा।

चंदननगर का नजारा

सूबेदारगंज व राजरुपपुर दुर्गा पूजा कमेटी के पंडाल में कोलकता के चंदन नगर का नजारा दिखाई देगा। दुर्गा पूजा पार्क में बनाए जा रहे पंडाल में चंदन नगर के जगधात्री मंदिर की तर्ज पर मुख्य द्वार सजाया जा रहा है। इसको भव्यता प्रदान करने के लिए कोलकता से कारीगर आए हैं।

सूर्य मंदिर जैसा पंडाल

श्री प्रयागेश्वर नाथ सामाजिक उत्थान समिति द्वारा कटघर पूजा पार्क में उड़ीसा के पुरी में स्थित सूर्य मंदिर की तर्ज पर पंडाल बनाया जा रहा है। इसकी ऊंचाई 90 फिट है। पंडाल को बनाने के लिए 15 दिनों से कोलकता के कारीगर काम कर रहे हैं।

पर्यावरण संरक्षण का संदेश

अशोक नगर दुर्गा पूजा पार्क में 50 फिट ऊंचाई का पंडाल बनाया जा रहा है। पंडाल के मुख्य द्वार का आकर्षण पर्यावरण संरक्षण पर केन्द्रित रहेगा। इस पर संरक्षण का संदेश देती पेड़ों की प्रतिकृति दिखाई जाएगी।

रंगमहल जैसा पंडाल

रामानंद नगर स्थित शिवाजी पार्क में कोलकता के कारीगरों से करीब 70 फिट ऊंचा पंडाल बनवाया जा रहा है, जो रंगमहल जैसा दिखाई देगा। पंडाल के भीतर 50 फुट गहरी गुफा बनाई जाएगी, जिसमें होकर देवी मां का दर्शन किया जा सकेगा।

महोत्सव के 12वें आयोजन को यादगार बनाने के लिए रंगमहल की तरह पंडाल बनवाया जा रहा है। पंडाल के भीतर गुफा भी बनाई जाएगी। बेटी बचाओ, बेटी पढाओ का संदेश पोस्टर व स्लोगन के जरिए दिया जाएगा।

योगेश वैश्य, महामंत्री, दुर्गा पूजा समिति रामानंद नगर

53वें दुर्गा पूजा महोत्सव को अनोखा बनाते हुए उसे सामाजिक सरोकार से जोड़ा है। पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण को लेकर जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।

अमित नियोगी, सदस्य, अशोक नगर दुर्गा पूजा कमेटी

Posted By: Inextlive