सोते समय ठंड से बचाव के लिए कमरे में जलाया था अलाव

KAUSHAMBI: मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के अर्जलीपुर गांव के एक घर में शुक्रवार की रात अलाव की ¨चगारी से बिस्तर में आग लग गई। जब तक परिजनों को जानकारी होती और आग बुझाई जाती, वहां पुआल पर सो रहे एक बुजुर्ग की जलकर मौत हो गई। घटना की जानकारी के बाद एसडीएम सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। पुलिस ने पंचनामा के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।

पुवाल पर सो रहे थे

अर्जलीपुर निवासी शिवचरन लोध (95) अपने परिवार के साथ झोपड़ी बनाकर रहता था। सभी की झोपड़ी आसपास है। शिवचरन की उम्र अधिक होने के कारण दिन-रात बिस्तर में ही पड़ा रहता था। कुछ दिनों से ठंड अधिक होने के कारण परिवार के लोग उसके पुआल से बने बिस्तर के पास अलाव जलाकर सो जाते थे। शुक्रवार की रात परिजन उसके बिस्तर के पास अलाव जलाकर सोने चले गए। रात में अलाव की चंगारी से उसके बिस्तर में आग लग गई। धू-धूकर जलती झोपड़ी देख बगल अलग झोपड़ी में सो रहे परिजनों को घटना की जानकारी हुई। आग देख चिल्लाते हुए परिजन जब तक अंदर जाकर उसे बचाने का प्रयास करते शिवचरन की ¨जदा जलकर मौत हो चुकी थी। उसकी मौत से परिजनों के बीच रोना-पिटना मच गया। शोरगुल सुनकर किसी ने घटना की जानकारी मंझनपुर कोतवाली पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी एसडीएम मंझनपुर को दी। मौके पर पहुंचे एसडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने घटना की जांच के बाद शव के पोस्टमार्टम के लिए कहा। परिवार के लोगों ने पोस्टमार्टम से इंकार किया तो पुलिस ने पंचनामा के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। परिवार के लोगों ने अंतिम संस्कार कर दिया।

-दूसरी झोपड़ी में सो रहे थे परिवार के सदस्य

इन दिनों की कड़ाकी ठंड ने सभी को कंपा दिया था। ऐसे में उम्र के अंतिम पड़ाव में में पहुंच चुके शिवचरन के लिए ठंड और भी कष्टकारी थी। परिवार के लोग शिवचरन को ठंड से बचाने के लिए उसके पास अलाव जलाकर रख गए थे। रात में अलाव से उठी ¨चगारी उसके पुआल से बने बिस्तर में छूकर आग का शोला बन गई और इसी आग ने शिवचरन को अपनी जद में ले लिया। परिवार के लोगों को इसकी जानकारी होने से पहले ही उसकी जलकर मौत हो गई। शिवचरन के पुत्र मोहन की मानें तो परिवार के अन्य लोग पास ही बनी दूसरी झोपड़ी में सो रहे थे। उन्हें घटना की देर से जानकारी हुई।

Posted By: Inextlive