एडवोकेट दीपचंद्र के मर्डर का खुलासा, दोस्त ही निकले दगाबाज

पत्‍‌नी के साथ एडवोकेट के किडनैपिंग की एफआईआर भी दर्ज कराने गए थे

ALLAHABAD: एडवोकेट दीपचंद्र शुक्ला के कत्ल का खुलासा कर दिया गया है। उनका कत्ल एडवोकेट दोस्त न्यू ममफोर्डगंज के जयराज सिंह, ड्रमंड रोड के अजय कुमार मिश्रा, स्ट्रेची रोड के इंदीवर पांडेय, कालिंदीपुरम के अभिषेक मयंक रस्तोगी उर्फ अंशू ने किया था। कत्ल का साक्षी था अभिषेक का मुंहबोला भांजा अलीगढ़ के टप्पल का अरुण कुमार तालान। पुलिस ने कत्ल की जो वजह बताई है, वह काफी चौंकाने वाली है। पुलिस का दावा है कि शराब के नशे में दीपचंद्र के दोस्तों का उनसे कॉलगर्ल बुलाने व उसकी पेमेंट को लेकर झगड़ा हुआ था। जयराज व इंदीवर ने उनके सिर पर पत्थर मारा व अजय ने पांव से गला दबा दिया। आपको यह जानकर हैरत होगी कि जिन लोगों को कत्ल के आरोप में अरेस्ट किया गया है, वह दीपचंद्र की पत्‍‌नी वीथिका के साथ किडनैपिंग की एफआईआर दर्ज करवाने में सबसे आगे थे और अंतिम संस्कार तक उनकी फैमिली के साथ थे।

दिन भर हाईकोर्ट के पास पी थी शराब

एडवोकेट के कत्ल के आरोप में अरेस्ट पांचों लोगों को एसएसपी केएस इमेनुएल ने शनिवार शाम पुलिस लाइन में मीडिया के सामने पेश किया। मर्डर को अभिषेक व उसके मुंहबोले भांजे अरुण के बयानों से खोलने का दावा किया गया है। एसएसपी के मुताबिक 17 जनवरी को दोपहर तीन बजे के आसपास हाईकोर्ट पेट्रोल पंप के पास लक्ष्मी भोजनालय के सामने अभिषेक अपनी टोयोटा कोरोला कार, अरुण व दीपचंद्र के साथ खड़ा था। इसी दौरान दीपचंद्र ने जयराज व अजय को फोन करके बुलाया। दोनों के पहुंचने के पहले तीनों ने कार में शराब व बीयर पी। अरुण ने पुलिस को बताया कि इसी बीच जयराज व अजय भी आ गए। दोनों पहले से नशे में थे। इसी बीच अभिषेक के कहने पर अरुण दो क्वाटर शराब लेकर आया। सभी ने शराब पी। इसी बीच जयराज व अजय ने दीपचंद्र से कहा कि तुमने कॉलगर्ल को बुलाया था। वह कहां है। इसके बाद दीपचंद्र के कहने पर सभी कॉलगर्ल की तलाश में ममफोर्डगंज गए। वहां पर दीपचंद्र ने दो-तीन कॉल की लेकिन कॉलगर्ल का अरेंजमेंट नहीं हो पाया। इसके बाद सभी फिर से लक्ष्मी भोजनालय हाईकोर्ट के पास पहुंचे। इसी बीच इंदीवर भी गया। जयराज ने कहा कि उसकी स्कूटी में एक बोतल शराब रखी है। अरुण से शराब मंगवाई गई। सभी ने शराब पीने के बाद दीपचंद्र पर फिर से कॉलगर्ल बुलवाने के लिए दबाव डाला।

झलवा चलने को कहा

अरुण ने पुलिस को बताया कि झलवा के पास कालगर्ल के होने की बात कहकर सभी लोग अभिषेक की कार से वहां के लिए रवाना हुए। जयराज सिंह ने कार को सूबेदारगंज की ओर मोड़वा दिया। कहा कि कॉलगर्ल को यहीं पर बुलवा लेंगे। झाडि़यों के पास जयराज ने टॉयलेट के नाम पर कार रुकवा दी। इसी बीच जयराज व दीपचंद्र में कॉलगर्ल को रुपए देने को लेकर कहासुनी होने लगी। गाली-गलौज के बीच ही जयराज व इंदीवर ने पत्थर से दीपचंद्र के सिर पर वार कर दिया। दीपचंद्र के गिरते ही इंदीवर ने उसका पांव पकड़ लिया व अजय ने उनके गले पर पांव रख दिया। इसके बाद भी अजय ने दीपचंद्र के सिर पर कई वार किए। कत्ल का टाइम 8.30 बजे के आसपास बताया गया।

बॉडी लेकर फिर से आए हाईकोर्ट

एसएसपी के मुताबिक मर्डर के बाद इंदीवर कहीं से पन्नी ढूंढकर लाया और दीपचंद्र का सिर कवर कर दिया। डेडबॉडी को कार की डिग्गी में डालकर सभी फिर से हाईकोर्ट लौटे। वहां जयराज ने एक बोतल में पेट्रोल व कंबल अरेंज किया। अभिषेक की कार से फिर से सूबेदारगंज जाने लगे तो अरुण की हिम्मत जवाब दे गई। वह हाईकोर्ट पर ही उतर गया। एसएसपी ने बताया कि अभिषेक का कहना है कि दीपचंद्र की डेडबॉडी को कंबल में लपेटने के बाद पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी गई। जयराज, इंदीवर व अजय ने धमकी दी थी कि अगर किसी से कुछ कहा तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। पुलिस ने कत्ल में इस्तेमाल पत्थर को बरामद कर लिया है। एसएसपी का कहना है कि अरुण ने शराब नहीं पी थी।

Posted By: Inextlive