-बैरहना में चल रहे बारहवें सार्वजनिक गणेश महोत्सव का समापन

-अगले बरस आने के वादे के साथ गणपति बप्पा को दी विदाई

ALLAHABAD: गणपति महोत्सव की धूम अब धीरे-धीरे अपने समापन की ओर बढ़ने लगी है। सोमवार को बैरहना में आयोजित हुए बारहवें सार्वजनिक गणेश महोत्सव समापन हो गया। इसके पूर्व गणपति महोत्सव पंडाल में पूरे विधि विधान के साथ गणपति की पूजा और आरती की गई। इसके बाद शेषनाग पर विराजमान विघ्नहर्ता भगवान गणेश की प्रतिमा को लेकर भक्त उन्हें विदाई देने के लिए पंडाल से निकले। बाजे-गाजे के साथ भगवान की सवारी बैरहना से निकल कर विभिन्न मार्गो से होते हुए संगम की ओर रवाना हुई।

बैंड बाजे संगी निकली सवारी

बैरहना के गणेश उत्सव के समापन पर गणपति की सवारी पूरी भव्यता के साथ निकली। सबसे आगे बैंड बाजे पर नाचते गाते भक्तों की भीड़ चल रही थी। पूरे रास्ते भक्त गणपति बप्पा मोरया के नारे लगाते चल रहे थे। इस दौरान हर कोई अपने प्रिय गणपति बप्पा की एक झलक पाने को आतुर दिखा। संगम तक के पूरे रास्ते पर गणपति बप्पा का भव्य स्वागत हुआ। संगम के पास मूर्ति विसर्जन के लिए बनाए गए तालाब पर भक्तों ने आखिरकार अगले बरस फिर आने के वादे के साथ गणपति को अश्रुपूर्ण विदाई दी। गणेश महोत्सव के आयोजक आशीष पाण्डेय ने बताया कि मूर्ति विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के पूर्व लकी ड्रा निकाला गया और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें छोटे बच्चों को पुरस्कृत किया गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित

भारत उदय सेवा संस्थान की ओर से नई बस्ती कीडगंज गढ़ैया बस्ती में चल रहे दस दिवसीय गणेश महोत्सव में सोमवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस मौके पर आयोजित भजन संध्या में कलाकारों ने भक्ति गीतों की प्रस्तुति देकर भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। आयोजन के संयोजक गोरे लाल यादव व लल्लू राम जैसवार ने बताया कि दस दिवसीय महोत्सव का समापन 26 सितंबर को होगा। जिसके बाद 27 सितंबर को मूर्ति विसर्जन किया जाएगा। उधर, करैलाबाग में गणेश पूजा पंडाल में भी प्रतिदिन विभिन्न आयोजन किए जा रहे हैं। सोमवार को पंडाल में भक्तों को गणपति बप्पा के साथ ही भगवान शिव के बाबा बर्फानी स्वरूप का दर्शन करने का भी सौभाग्य मिला।

Posted By: Inextlive