-गुर्गो द्वारा चुराई गई चार पहिया गाडि़यों को हजारों में खरीद कर लाखों में बेचता था

-शहर से चुराई गई छह बोलेरो व एक पिकअप संग सरगना और गुर्गा गिरफ्तार

PRAYAGRAJ: वाहन चोरों का गैंग चलाने वाला दयाशंकर गैराज का मालिक है। करीब पांच माह पूर्व वह वाहन चोरी में पकड़ा गया था। आजीवन यह काम न करने की कसम भी खाई थी। बावजूद इसके नहीं सुधरा। छूटने के बाद फिर गैंग का संचालन करने लगा। गैंग के गुर्गे सिर्फ चार पहिया वाहन ही चुराया करते थे। इनकी सक्रियता जिले से लेकर वाराणसी और भदोही, अम्बेडकर नगर तक थी। गिरफ्तार किए गए सरगना समेत कुल गैंग के दो गुर्गो ने यह बात कबूल की। सर्विलांस/ एसओजी प्रभारी की टीम ने इन्हें शेरवानी मोड़ से गिरफ्तार किया। गैंग के प्रकाश में आए दो गुर्गो की तलाश में टीम जुट गई है।

वांछित शातिरों की तलाश जारी

पकड़ा गया सरगना दयाशंकर भारती वाराणसी के पूरे कछवा रोड मिर्जामुराद का रहने वाला है। वाराणसी में दयाशंकर का निजी गैराज है। गिरफ्तार राइट हैंड विजय कुमार पटेल भी वाराणसी के रामपुर थाना कपसेठी का निवासी है। इस गिरफ्तारी का खुलासा एसपी क्राइम आशुतोष मिश्र ने किया। बताया कि गैंग में प्रतापगढ़ के दो गुर्गे शामिल हैं। इनमें शहनवाज उर्फ मकसूद उर्फ साहिल है। साहिल हथिगवां के विसहिया का निवासी है। दूसरा होलागढ़ के हुलासगंज निवासी विनोद जायसवाल उर्फ पप्पन है।

चुराते थे सिर्फ बोलेरो व पिकअप

टीम की पूछताछ में सरगना दयाशंकर ने पूरे गैंग के वर्क को बताया। एसपी क्राइम ने कहा कि विजय पटेल, साहिल और विनोद गाडि़यों को चुराया करते थे।

तीनों टवेरा और बोलेरो पर ही हाथ साफ करते थे। अब तक ये मुट्ठीगंज, कीडगंज, सिविल लाइंस, कर्नलगंज जार्जटाउन से एक-एक बोलेरो पार कर चुके हैं।

जबकि खुल्दाबाद से टवेरा चुराए थे। इनके पास से ये गाडि़यां बरामद भी की गई हैं। चुराई गई गाडि़यों को इनसे 30 से 40 हजार रुपये में सरगना खरीद लेता था।

वे इन गाडि़यों की चेचिस नंबर आदि को चेंज कर डेंटिंग पेंटिंग चेंज कर लुक बदल देता था।

फिर पूर्व में गैराज पर आई किसी कबाड़ गाई का चेचिस नंबर उस पर चढ़ा देता था।

इसके बाद इन गाडि़यों को वे दो से ढाई लाख रुपये में बेचता था। एसपी क्राइम ने टीम के इस कार्य की सराहना की।

Posted By: Inextlive