आज़ादी के अमृत महोत्सव पर एनसीआर के जीएम ने उत्तर मध्य रेलवे की 100वीं अत्याधुनिक ट्रैक मशीन की सौगात दी. गुरुवार को जीएम प्रमोद कुमार ने ट्रायल के साथ कार्ययुक्त कमीशिनिंग का उद्घाटन किया.


प्रयागराज (ब्यूरो)।सीपीओच सूबेदारगंज पहुंचे जीएम ने रेलवे अफसरों, कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय रेल के बढ़ते विस्तार व गति में रेलवे ट्रैक का आधुनिकीकरण एक प्रमुख भूमिका निभाता है।
जीएम ने बताया कि 1965 में भारतीय रेल में पहली आयातित ट्रैक मशीन का पदार्पण हुआ था। जिन लकड़ी के स्लीपरयुक्त रेलवे पथ की मरम्मत श्रमिकों द्वारा की जाती थी। अब उनके बदले प्रयोग में आ रहे कंक्रीट स्लीपरयुक्त ट्रैक का अनुरक्षण बिना ट्रैक मशीन के सम्भव नही है। वर्तमान में भारतीय रेल में लगभग 1000 से ज्यादा विभिन्न प्रकार की ट्रैक मशीने रेलपथ का रखरखाव एवं मरम्मत कर रही हैं। उत्तर मध्य रेलवे की यह 100वीं मशीन यूनिमैट टर्नआउट के टैम्पिंग एवं लाइनिंग लेवलिंग के लिए प्रयुक्त की जाती है। इससे एक साथ चार रेलो की टैम्पिंग की जा सकती है। मशीन में आधुनिक कम्पूटरीकृत कार्य प्रणाली, आटोमैटिक गाइडिंग कम्प्यूटर, इलेक्ट्रानिक माइको कंट्रोलर कार्यप्रणाली प्रयुक्त किया गया है।

Posted By: Inextlive