केनरा बैंक के मैनेजर और कर्मचारियों पर आरोपतीन लाख 92 हजार गायब होने पर दर्ज कराया केसनोएडा में चल रहा कारोबारी का इलाज


प्रयागराज ब्यूरो । बैंक एकाउंट से रकम गायब होने के बाद एक कारोबारी को बैंककर्मियों और पुलिस के व्यवहार से ऐसा झटका लगा कि वह डिप्रेशन का शिकार हो गया। बैंक कर्मचारी साइबर फ्रॉड का मामला बताते रहे, जबकि पुलिस जांच का आश्वासन देकर टरकाती रही। ऐसे में एक तो रकम गायब हो गई, दूसरी डिप्रेशन की प्रॉब्लम। मगर कारोबारी ने हार नहीं मानी। चार महीने की भाग दौड़ के बाद कारोबारी को केस दर्ज कराने में सफलता मिली है। कारोबारी की पत्नी की तहरीर पर केनरा बैंक कल्याणी देवी ब्रांच के मैनेजर और कर्मचारियों पर नामजद केस दर्ज हुआ है। इन कर्मचारियों पर गंभीर आरोप है। ट्रांसपोर्ट कारोबारी ने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी के एकाउंट से तीन लाख बानवे हजार रुपये गायब हो गए। जिसमें बैंक कर्मियों की मिली भगत है।दो एकाउंट से गायब हुई रकम
अतरसुइया के रहने वाले रवि सिंह ट्रांसपोर्ट कारोबारी हैं। रवि की पत्नी लल्ली सिंह के नाम से केनरा बैंक कल्याणी देवी ्रब्रांच में एक एकाउंट है। जिसमें से पिछले वर्ष अक्तूबर में 32 हजार रुपये गायब हो गए। इसकी जानकारी होने पर रवि ने बैंक में शिकायत की। बैंक कर्मचारियों ने बताया कि ये साइबर फ्रॉड का मामला है। इसकी शिकायत साइबर सेल में कीजिए। कारोबारी रवि सिंह ने साइबर सेल में ऑन लाइन शिकायत की। इस बीच बैंक में रवि ने अपना खाता बंद करने के लिए कहा। मगर बैंक कर्मियों ने नया खाता खुलवाने की बात कही। रवि सिंह ने बैंक कर्मियों की बात मान ली, इसके बाद नया खाता खुलवा लिया। पुराने खाते से चल रही आरडी का तीन लाख साठ हजार रुपये नए खाते में ट्रांसफर हो गए। यह रकम बीते वर्ष 30 नवंबर को ट्रांसफर की गई। इसके बाद 28 दिसंबर को रवि सिंह को पता चला कि उनके नए एकाउंट से भी रकम गायब हो गई है। जानकारी पर बैंक कर्मियों ने बताया कि नए एकांउट में 39 रुपया बचा है। रवि सिंह का आरोप है कि जब वह एकाउंट से गायब रकम के बारे में जानकारी के लिए बैंक मैनेजर पर दबाव बनाने लगे तो उन्हें बैंक में अंदर आने से रोका गया। कमिश्नर से शिकायत पर केस


कारोबारी जनवरी से अपनी गायब रकम के बारे में जानकारी करने के लिए दौड़भाग कर रहे हैं। बैंक कर्मियों ने कहा कि अगर एफआईआर दर्ज हो जाए तो रकम वापस मिल जाएगी। इसके बाद रवि सिंह अतरसुइया थाने से लेकर साइबर सेल का चक्कर काटने लगे, तात्कालीन थानेदार तुषार त्यागी ने कारोबारी को जांच का आश्वासन देकर केस दर्ज नहीं किया। थकहार कर रवि सिंह को पुलिस कमिश्नर से शिकायत करनी पड़ी। इसके बाद अतरसुइया पुलिस ने बैंक मैनेजर अमर सेन, कर्मचारी नुपुर जैन, प्रियंबदा और सारिक के खिलाफ लल्ली सिंह की तहरीर पर नामजद केस दर्ज किया है।

डिप्रेशन का शुरू हो गया इलाज


कारोबारी रवि सिंह ने बताया कि वह बैंक कर्मियों और पुलिस के व्यवहार से इतना परेशान हो गए कि वह डिप्रेशन में चले गए। प्रयागराज में इलाज से फायदा नहीं मिला तो अब कारोबारी का इलाज नोएडा में चल रहा है।

Posted By: Inextlive