एक हेलमेट बाइक चालकों को कई तरह के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष लाभ पहुंचाता है. हेलमेट पहनने के कई फायदे हैं. पुलिस हेलमेट की चेकिंग सिर्फ चालान के लिए ही नहीं करती. चेकिंग और चालान के पीछे मंशा बाइक चालकों की सेफ्टी होती है. क्योंकि किसी भी हादसे में सिर्फ एक व्यक्ति की मौत नहीं होती. उसकी मौत के साथ उसके माता पिता भाई पत्नी व बच्चों के सारे सपने और उम्मीदें भी मर जाती हैं. एक पूरा परिवार बिखर जाता है. हेलमेट के अभाव में जिस घर का मुखिया या इकलौता शख्स चला जाता है उस परिवार की दशा और दर्द केवल वही लोग ही समझ सकते हैं.

चालान ही नहीं, जिंदगी भी बचाता है हेलमेट
चेकिंग में सिर्फ चालान से बचने के लिए नहीं, खुद की सुरक्षा के लिए लगाएं हेलमेट
पुलिस द्वारा हेलमेट चेकिंग व चालान के पीछे छिपी होती है बाइक चालक की सुरक्षा
प्रयागराज (ब्‍यूरो)। रोड एक्सीडेंट में सबसे ज्यादा मौत बाइक चालकों की ही होती हैं। इनमें भी अधिकांश की मौत का कारण सिर में गंभीर चोट पाए जाते हैं। ऐसा सिर्फ और सिर्फ हेलमेट के अभाव में होता है। सीओ ट्रैफिक कहते हैं कि यदि अच्छी क्वालिटी का हेलमेट है तो बाइक चालक को हादसे में वह सिर्फ सिर में चोट ही नहीं जान भी बचा लेता है। एक्सीडेंट की घटनाओं में अक्सर देखा यह जाता है कि मरने वाले लोकल हेलमेट लगाए होते हैं या हेलमेट होता ही नहीं। यातायात माह में चलाए गए अभियान के दौरान भी लोगों को हेलमेट के प्रति अवेयर किया गया। चूंकि ज्यादातर युवा एक्सीडेंट के शिकार होते हैं। इसलिए स्कूलों और कॉलेजों में भी यह अभियान चलाया गया। हेलमेट सिर्फ एक व्यक्ति की जिंदगी नहीं बल्कि उससे जुड़े हर शख्स की जान बचाता है। कहते हैं कि इस लिए बाइक ड्राइव के पहले हेलमेट जरूर लगाएं। चौराहों पर पुलिस चेकिंग के दौरान कागज बाद में हेलमेट पहले पूछती है। हेलमेट नहीं होने पर ही सख्ती से छानबीन शुरू की जाती है।

1142 हादसे दस माह में हुए जिले के अंदर
503 लोगों की इन हादसों में हो चुकी है मौत
721 लोगों को इन हादसों में आई गंभीर चोटें
80 प्रतिशत मरने वाले लोग थे बाइक सवार
60 से 65 प्रतिशत की मौत सिर में चोट से हुई

हेलमेट से फायदे पर एक नजर
हेलमेट की चेकिंग के पीछे पुलिस की मंशा बाइक चालकों की सुरक्षा होती है
इसी लिए पुलिस हेलमेट चेकिंग पर जोर देती है ताकि लोग सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचे
हेलमेट का एक सीधा फायदा यह है कि चालक एक्सीडेंट में सुरक्षित रहता है
हादसा होने पर भी सिर में चोट नहीं आती 95 प्रतिशत बचने के चांस होते हैं
दूसरा लाभ यह कि हेलमेट धूल और धूप के साथ चालान से भी बचाता है
चालान से बचने के लिए लोकल हेलमेट का यूज करना ठीक और उचित नहीं है
इसलिए आईएसआई मार्का और किसी अच्छी कंपनी का ही हेलमेट लगाना चाहिए
लोकल हेलमेट एक्सीडेंट में रोड पर गिरते ही सड़क से टकरा कर टूट जाते हैं
जबकि डेढ़ दो हजार के हेलमेट सिर को सेफ रखते हैं और वह जल्दी टूटते नहीं हैं
जान गंवाने या हजारों लाखों इलाज में खर्च से बेहतर है कि अच्छा हेलमेट लगाएं

हेलमेट पहनते ही जरूर लगाएं हुक
सीओ ट्रैफिक पुलिस कहते हैं कि चेकिंग में तमाम बाइक चालक ऐसे मिलते हैं जिनके सिर पर लोकल ही सही हेलमेट होता है। मगर वह उसका हुक नहीं बांधे होते। हेलमेट लगाने का यह तरीका गलत ही नहीं खुद को धोखा देने वाला भी है। हेलमेट लगाते ही उसका हुक जरूर कस लें। ताकि एक्सीडेंट होने पर हेलमेट सिर से निकले नहीं, हुक के नहीं लगे होने से एक्सीडेंट में हेलमेट निकल जाता है। चोट लगने से मौत भी हो जाती है।

महीनेवार जिले में हुए हादसे और मौत
जनवरी 78 33 53
फरवरी 88 43 54
मार्च 109 41 77
अप्रैल 124 51 75
मई 170 78 102
जून 136 72 78
जुलाई 135 61 82
अगस्त 105 53 62
सितंबर 83 27 61
अक्टूबर 114 48 77
कुल 1142 503 721

Posted By: Inextlive