- पीसीएस 2019 मेंस के तीसरे दिन समसामयिक घटनाओं पर सबसे अधिक पूछे गए सवाल

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PRAYAGRAJ: यूपीपीएससी की ओर से आयोजित की जा रही पीसीएस-2019 मेंस के तीसरे दिन गुरुवार को समसामयिक घटनाओं के साथ ही कई चौकाने वाले सवाल पूछे गए। मेंस एग्जाम के दौरान जीएस का थर्ड व फोर्थ पेपर अभ्यर्थियों की उम्मीद के हिसाब से काफी कठिन रहा। इस दौरान अवसाद और सुसाइड को रोकने को लेकर भी प्रश्न पूछे गए। अभ्यर्थियों से पूछा गया कि गीता का ज्ञान सुसाइड रोकने में किस प्रकार से सहयोग करेगा। इसके साथ ही शिक्षित बेरोजगारी के कारण, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की घटनाओं के सूक्ष्म एनालसिस से जुड़े प्रश्न भी अभ्यर्थियों से पूछे गए। जिनको लेकर अभ्यर्थी उलझे रहे।

तीसरे दिन 6,119 अभ्यर्थी को होना था शामिल

पीसीएस 2019 मेंस के तीसरे दिन पहली पाली में जीएस थर्ड व दूसरी पाली में जीएस 4 की परीक्षा आयोजित हुई। दोनों पालियों के कुल मिलाकर 6,119 अभ्यर्थी रजिस्टर्ड थे। पहली पाली में 4732 व दूसरी पाली में 4727 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। अभ्यर्थी राजीव सिंह यादव का कहना था कि दोनों पालियों का पेपर कठिन रहा। वहीं कुछ अभ्यर्थियों का कहना था कि पेपर काफी लंबा था। उस हिसाब से समय कम मिला। तीन घंटे में क्वैश्चन पेपर को सॉल्व करना काफी कठिन रहा।

एग्जाम में ये क्वैश्चन रहे खास

ं जीएस थर्ड के पेपर में आंतरिक सुरक्षा में भष्ट्राचार भारत के लिए खतरा, सशस्त्र सेना विशेषाधिकार का कानून, समावेशी विकास भारत की गरीबी और असमानता को कैसे कम करेगा, लघु व सीमांत किसान पर हरित क्रांति का प्रभाव, भारत में निर्धनता कैसे मापी जाती है, नई औद्योगिक नीति में 'नया' क्या है, उत्तर प्रदेश में शिक्षित बेरोजगारी के कारण क्या हैं जैसे प्रश्न बेहद महत्वपूर्ण रहे।

दूसरी ओर जीएस 4 के प्रश्नों पर नजर डाले तो उसमें लोकहित व सूचना के अधिकार, मानव जीवन में नीतिशास्त्र की भूमिका, नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण ही जीवन निर्माण, सार्वभौमिक धर्म क्या है, गांधी के असहयोग आंदोलन के दार्शनिक पक्ष, देश में महिलाओं के प्रति यौन हिंसा बढ़ रही है, इससे निपटने के लिए नवाचारी उपाय बताने से जुड़े प्रश्न पूछे गए थे।

Posted By: Inextlive