महिलाओं पर सबसे ज्यादा अटैक करती है ल्यूपस बीमारी अपना ही शरीर बन जाता है दुश्मन कहते हैं आटो इम्यून डिजीज

वल्र्ड ल्यूपस डे स्पेशल

प्रयागराज (ब्यूरो)। बॉडी के किसी भी पार्ट में या फिर बॉडी में कहीं पर भी बार बार स्वेलिंग की प्राब्लम आ रही है तो महिलाओं को एलर्ट हो जाना चाहिए। यह ल्यूपस के लक्षण हैं। एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए क्योंकि ल्यूपस एक ऐसी बीमारी है जो सबसे ज्यादा महिलाओं को परेशान करती है। इसमें महिलाओं की बाडी में सूजन की समस्या होने लगती है। इसे आटो इम्यून डिजीज भी कहते हैं और इसमें शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र उल्टे अलग अलग अंगों पर वार करने लगता है। जिसे तमाम तरह की परेशानियां पैदा होने लगती हैं।

दस मई को फैलाई जाती है जागरुकता
पूरे विश्व में दस मई को वल्र्ड ल्यूपस डे मनाया जाता है। इसमें खासकर महिलाओं को जागरुक किया जाता है। चूंकि ल्यूपस एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को हेल्दी टिश्यू पर हमला करने का कारण बनती है। यह बीमारी महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। ऐसे में इसके बारे में जानना बेहद जरूरी है। सबसे अहम कि इस बीमारी के लक्षणों को जल्दी भांपना भी आसान नही होता है। कई बार डॉक्टर्स भी इसकी पहचान करने में समय लगाते हैं। ऐसे में डब्ल्यूएचओ चाहता है कि लोगों को इस बीमारी के बारे में पूरी जानकारी दी जानी चाहिए।

क्या है यह बीमारी?
इस बीमारी में जोड़ों, मांसपेशियों, त्वचा, किडनी, हार्ट और मस्तिष्क सहित कई अंगों में सूजन और दर्द हो सकता है। यह बीमारी महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। साथ ही यह बीमारी पुरुषों में भी देखने को मिलती है। यह बीमारी चार प्रकार की होती है। जिसामें से सिस्टमिक ल्यूपस एरियोमैटोसस सबसे ज्यादा कॉमन है। अधिकतर मरीज इसकी चपेट में आकर परेशान हो जाते हैं। इसका सबसे अहम कारण आनुवांशिक है। अगर माता पिता में से किसी एक को यह बीमारी है तो बच्चों में होने के चांसेज बढ़ जाते हैं। साथ ही बार बार हेपेटाइटिस सी होना या एयर पाल्यूशन भी इसका कारण बन जाता है। जिसमें सिलिका कण और सिगरेट का धुआं अहम है।

लक्षण

थकान
जोड़ों में दर्द और सूजन
त्वचा पर लाल चकत्ते
बुखार
सांस लेने में तकलीफ
सीने में दर्द
बालों का झडऩा
सेंसिटिविटी
मेमोरी लॉस

महिलाओं में अधिक संभावना
ल्यूपस पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है।
यह आमतौर पर 15 से 45 साल की आयु के बीच महिलाओं को प्रभावित करता है।
डॉक्टर्स का कहना है कि ल्यूपस के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
इससे इसके लक्षणों को कंट्रोल करने और बीमारी की जटिलताओं को रोकने में मदद मिल सकती है।
इसका समय रहते इलाज न कराने से यह जानलेवा भी साबित हो सकती है।

बचाव
रोजाना हेल्दी चीजों का सेवन करें।
एक्सरसाइज और योग करना।
धूम्रपान और शराब से दूरी
गर्मियों में सूर्य की रोशनी से बचाव
माता पिता में से किसी को है तो लक्षणों पर ध्यान देना

यह एक आटो इम्यून डिजीज है। इसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बॉडी के तमाम अंगों त्वचा, ब्लड सेल्स, किडनी, लीवर, लंग्स, हार्ट आदि अंगों को नुकसान पहुंचाने लगती है। इसलिए मरीजों को होशियार रहना चाहिए। खासकर महिलाओं में इस बीमारी के चांसेज अधिक होते हैं।
डॉ। सुजीत कुमार
मेडिसिन विभाग, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज

Posted By: Inextlive