डायरेक्टर बोले नवाचार को मिलेगा बढ़ावा, स्ट्रांग विजन के साथ करेंगे काम

पत्रकारों के कठिन सवालों का भी दिया जवाब

ALLAHABAD: अभी तक आपने एक साल में दो सेमेस्टर एग्जाम की ही बात सुनी होगी। आईआईआईटी इलाहाबाद देश में ऐसा पहला उच्च शिक्षण संस्थान बनने जा रहा है जिसने एक साल में तीन सेमेस्टर की प्रणाली को लागू करने पर विचार करना शुरू कर दिया है। हाल ही में ट्रिपलआईटी इलाहाबाद में डायरेक्टर की कुर्सी संभालने वाले प्रो। पी। नागभूषण ने इसकी घोषणा कर दी है। प्रो। नागभूषण मंडे को संस्थान में अपनी पहली पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान मैसूर यूनिवर्सिटी से आये प्रो। नागभूषण ने मीडिया से फ्यूचर प्लान शेयर करते हुये पत्रकारों के सवालों का भी जवाब दिया। वार्ता में प्रो। यूएस तिवारी, डॉ। विजय कुमार चौरसिया, प्रो। टी लाहिरी, प्रो। शेखर वर्मा, प्रो। अनुपम अग्रवाल भी मौजूद रहे।

पूरे साल होंगे विविध आयोजन

उन्होंने कहा कि कोर्स में एक साल में तीन सेमेस्टर को लागू करने के लिये ब्रॉड लेवल पर प्लानिंग करनी होगी। यह योजना वर्ष 2020 तक अमल में ला दी जायेगी। उन्होंने पत्रकारों के इस सवाल पर कि संस्थान में एक्स्ट्रा एकेडमिक एक्टिविटीज एकदम ठप सी पड़ गई हैं? पर कहा कि उनका पूरा जोर एकेडमिक, कल्चरल एंड एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज पर होगा। बताया कि उनके कार्यकाल में वर्ष 2020 में प्रवेश से पहले अगस्त 2019 से लगातार एक वर्ष तक चलने वाले समारोहों के आयोजन के लिये चार समितियां बनाई गई हैं। इन समितियों के समन्वयकों की नियुक्ति भी तत्काल प्रभाव से कर दी गई है। बताया कि वे मिनी टेक्नोलॉजी कॉन्कलेव भी करवायेंगे। जिसमें नोबल लारेट्स आयेंगे।

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स्कोप व स्मार्ट आइडिया के साथ करेंगे वर्क

पत्रकारों ने सवाल किया कि बीते कुछ वर्षो में प्लेसमेंट और एकेडमिक रिसर्च एरिया में कोई बड़ी उपलब्धि की बात सामने नहीं आई है। इस पर उन्होंने कहा कि वे नवाचार के लिये स्ट्रांग विजन लेकर आयें हैं और बेहतरीन स्कोप और आइडिया के लिये वर्क करेंगे। एकेडमिक रिफार्म पॉलिसी पर बात करते हुये बताया कि संस्थान के समस्त विभागों को चार स्टडी सेंटर्स में विभाजित करने का प्रस्ताव किया गया है। इसमें स्कूल ऑफ कम्प्यूटर साइंस एंड इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी, स्कूल ऑफ एप्लाईड साइंस एंड टेक्नोलॉजी, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एवं स्कूल ऑफ इलेक्ट्रानिक्स शामिल है। इस दौरान पत्रकारों ने एमबीए कोर्स के एडमिशन में लगातार गिरती जा रही संख्या का मसला भी उठाया।

संस्थान अदर एक्टिविटीज को बढ़ावा देगा। ओपन हाऊस कांसेप्ट पर भी अमल किया जायेगा। जिससे सब मिलकर आईडिया शेयरिंग कर सकें। फोकस एडवांस रिसर्च पर होगा। ऐसे रिसर्च प्रोग्राम डिजाइन किये जायेंगे जोकि सीधे तौर पर इंडस्ट्री से जुड़ सकें।

-प्रो। पी। नागभूषण,

डायरेक्टर आईआईआईटी

Posted By: Inextlive