कोल्ड स्टोरेज से बाहर फेंका जा रहा है आलू, प्याज की जमाखोरी की आशंका

दिनभर हुई छापेमारी, सस्ता हुआ प्याज

ALLAHABAD: बाजार हमेशा चढ़ते हुए को सलाम करती है और गिरते हुए की तरफ पलटकर नहीं देखती। फिलहाल, यह सिद्धांत आलू और प्याज के बीच साफ देखने को मिल रहा है। डिमांड से अधिक आलू मौजूद होने पर इसे कोल्ड स्टोरेज से बाहर फेंका जा रहा है तो प्याज की जमाखोरी को लेकर प्रशासनिक छापेमारी शुरू कर दी गई है। इससे किसानों में हो-हल्ला मचा हुआ है। उन्होंने शासन व प्रशासन से आलू से होने वाले नुकसान से उबारने की अपील की है।

औंधे मुंह गिरी आलू की बाजार

पिछले साल इसी सीजन में आलू मार्केट में 18 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा था। तो इस बार यही आलू औंधे मुंह गिरकर दस रुपए प्रतिकिलो के रेट पर आ गया है। इससे किसानों के होश उड़ गए हैं। कोल्ड स्टोरेज में रखा उनका माल भी सड़क पर फेंका जा रहा है। संचालकों का कहना है कि दाम गिर जाने से व्यापारी खरीदारी के लिए नहीं आ रहे हैं, ऐसे में आलू को बाहर निकालना उनकी मजबूरी बन चुकी है। किसान भी हालात के आगे असहाय हो चले हैं।

प्याज के लिए बनानी होगी जगह

दूसरी ओर मप्र और नासिक से प्याज की आवक हो रही है। जिसके चलते दाम में बढ़ोतरी हो रही है। वर्तमान में प्याज 40 से 50 रुपए प्रतिकिलो की दर से बिक रहा है। पिछले डेढ़ सप्ताह में अचानक महंगे हुए प्याज ने लोगों को रुलाने का काम किया है। माना जा रहा है कि आने वाले समय में प्याज के दाम तेजी से बढ़ेंगे, जिसको देखते हुए जमाखोर सक्रिय हो गए हैं। यही कारण है कि कोल्ड स्टोरेज से सस्ता आलू बाहर फेंका जा रहा है, जिससे प्याज स्टोर करने की जगह बनाई जा सके।

दामों में बड़ा अंतर

प्याज और आलू के दाम में जमीन-आसमान का अंतर देखने को मिल रहा है। थोक मंडी में आलू की कीमत चार से पांच रुपए है जो फुटकर बाजार में दस रुपए प्रतिकिलो की दर से बिक रहा है। वहीं प्याज थोक मंडी में दस से 25 रुपए प्रतिकिलो और फुटकर में चालीस से पचास रुपए तक पहुंच चुका है। प्याज की बढ़ती किल्लत को देखते हुए मुनाफाखोर और जमाखोर सक्रिय हो चुके हैं। पिछले साल उनकी इसी करतूत की वजह से शहर में प्याज 70 से 80 रुपए में बिका था।

दो जगह हुई छापेमारी

प्याज की जमाखोरी पर लगाम लगाने के लिए मंडी परिषद की टीम ने शुक्रवार को शहर के दो कोल्ड स्टोरेज में छापेमारी की। हालांकि इस दौरान टीम को कुछ नहीं मिला। जानकारी के मुताबिक गद्दोपुर स्थित हिमालय कोल्ड स्टोरेज और प्रतापगढ़ रोड स्थित विजय कोल्ड स्टोरेज में प्याज रखे जाने की सूचना मिली थी। मंडी परिषद ने अपने इंस्पेक्टर्स को कोल्ड स्टोरेज पर नजर रखने के निर्देश भी दिए हैं। इस मामले में पहले ही डीएम कौशलराज शर्मा ने छापेमारी के निर्देश दिए थे।

राहत की अपील

उधर किसानों का कहना है कि शासन और प्रशासन प्याज के दाम बढ़ने पर राहत की कवायद शुरू कर चुका है। लेकिन, आलू की मार्केट गिरने से किसानों को होने वाले घाटे को कम करने के कोई उपाय नहीं किए जा रहे हैं। किसानों का कहना है कि जल्द ही कोई खास कदम नहीं उठाया गया तो वह कहीं के नहीं रहेंगे।

कुछ दिन रुकी रहे बारिश

मुंडेरा मंडी के थोक व्यापारियों का कहना है कि नासिक के अलावा कर्नाटक से भी प्याज की आवक शुरू हो गई है। जिससे किल्लत के आसार कम हो सकते हैं। अगर अगले कुछ दिनों तक बारिश थमी रही तो कर्नाटक से भारी मात्रा में प्याज का आयात होगा जिससे महंगाई पर लगाम लगेगी। इतना ही नहीं, जमाखोरों के हौसले भी पस्त हो जाएंगे।

शुक्रवार को दो कोल्ड स्टोरेज पर छापेमारी की गई है। इंस्पेक्टर्स को जमाखोरों पर नजर रखने के आदेश दिए गए हैं। शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

धनंजय सिंह, सचिव, मंडी परिषद

कोल्ड स्टोरेज में भारी मात्रा में रखा आलू सड़ रहा है। खरीदार नहीं होने से इन्हें सड़क पर फेकना मजबूरी हो गई है। सरकार को किसानों को नुकसान से उबारने के प्रयास करने चाहिए।

सतीश कुशवाहा,

अध्यक्ष, मुंडेरा हरी सब्जी मंडी

Posted By: Inextlive