शहर के ज्वैलरी व्यापारी अब गहनों की खरीद फरोख्त में गड़बड़ नही कर सकेंगे. उनको इसका पूरा हिसाब ऑनलाइन उपलब्ध कराना होगा. एचयूआईडी नंबर दर्ज कराने संबंधी सभी काम पोर्टल के जरिए रिसीव कराए जाएंगे. जिसके बाद बीआईएस यानी ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंडड्र्स के पास इसका खाका उपलब्ध होगा. साथ ही ग्राहकों को भी सरकार के इस कदम का लाभ होगा.

प्रयागराज (ब्यूरो)। वर्तमान में शहर में महज एक हाल मार्किंग सेंटर खुला हुआ है। इसमें रोजाना दर्जनों की संख्या में गहनों की हालमार्किंग कराने के साथ एचयूआईडी (हालमार्क यनिूक आईडेटिफिकेशन) करवाई जाती है। अभी तक यह गहनें मैनुअल सेंटर पर रिसीव कराए जाते थे। ऐसे में नियमों को लेकर अनियमितता बनी रहती थी। सरकार को लगता था कि बिना हालमार्किंग और एचयूआईडी के गहनों की खरीद फरोख्त चल रही है। यही कारण है कि अब इन गहनों की रिसीविंग पूरी तरह से ऑनलाइन करने की तैयारी चल रही है।
पोर्टल पर उपलब्ध होगी जानकारी
व्यापारियों का कहना है कि पिछले साल सितंबर में सरकार ने इस व्यवस्था को लागू करने की बात की थी लेकिन इस पर अमल नही हो पाया।
अब सरकार चाहती है कि जुलाई तक सिस्टम को लागू कर दिया जाए। जिसकी तैयारी चल रही है।
मानक ऑनलाइन पोर्टल पर यह सभी जानकारी मिलेगी। इसमें पता चलेगा कि निर्माता थोक कारोबारी कौन है।
इसकी जानकारी वह स्वयं देगा। इसके बाद पोर्टल पर थोक कारोबारी अपनी नीचे के फुटकर कारोबारी की जानकारी उपलब्ध कराएगा।
इसके बाद अंत में फुटकर विक्रेता ग्राहक की जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध हो जाएगी। इससे गहने को पूरी तरह से ट्रेस किया जा सकेगा।
अगर कही कोई अनियमितता होती है तो तत्काल कार्रवाई की जा सकेगी।

पेशोपेश में व्यापारी
व्यापारी इससे पेशोपेश में हैं। उनका कहना है कि सोने-चांदी का कारोबार दिन प्रतिदिन जटिल होता जा रहा है। व्यापारी काम ध्ंाधा छोड़कर बस पोर्टल पर ही उलझा रह जाएगा। इसके लिए उसे अलग से कर्मचारी रखना होगा और पूरा सिस्टम बनाना होगा। छोटे व्यापारी इससे बुरी तरह परेशान हो सकते हैं। फिलहाल सरकार इस नियम को लागू करन की तैयारी में हैं। व्यापारियों का कहना है कि कोरोना के बाद से उनका व्यापार वैसे भी मंदी का शिकार हो गया है। इस साल सहालग में अनुमान से काफी कम बिक्री हुई है।

रोजाना नए नियम लागू होने से व्यापारियों पर दबाव बढ़ रहा है। एक-एक गहने की डिटेल पोर्टल पर चढ़ाने में समय लगेगा और इसमें अलग से स्टाफ रखना होगा। छोटे व्यापारियों के लिए ऐसा करना काफी मुश्किल साबित होगा। हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से नियम पारदर्शी है।
दिनेश सिंह, अध्यक्ष, प्रयागराज ज्वैलर्स एसोसिएशन

अभी तक हमारे सेंटर पर आभूषण सीधे रिसीव करा दिए जाते हैं। नए नियम में ऐसा नही होगा। पोर्टल के जरिए प्रत्येक गहना रिसीव कराया जाएगा। इससे उसकी जानकारी उपलब्ध हो जाएगा। उम्मीद है जुलाई तक इस सिस्टम को लागू कर दिया जाएगा।
पवन तिवारी, संचालक, हालमार्किंग सेंटर प्रयागराज

Posted By: Inextlive