झमाझम बरसात से अल्लापुर, कैलाशपुरी के साथ पुराना शहर जलमग्न

कई घरों में घुसा पानी, सड़क पर उतराया समंदर

अंचल में आकाशीय बिजली का कहर, गई चार की जान

ALLAHABAD: गंगा-यमुना की लहरों के साथ आई आफत से शहर के लोगों राहत नहीं मिल सकी थी कि मंगलवार को एक बार फिर आसमान से आफत बरसी। जिससे आधा से ज्यादा शहर पानी-पानी हो गया। वहीं अल्लापुर, बाघम्बरी रोड व कैलाशपुरी कॉलोनी में पांच से छह फीट तक पानी जमा हो गया। शहर में जहां भीषण जलजमाव से पब्लिक परेशान हुई। वहीं ग्रामीण इलाकों में आकाशीय बिजली ने कहर ढाया। जिसकी चपेट में आने से एक बच्ची समेत चार लोगों की मौत हो गई।

आधे घंटे में कैलाशपुरी जलमग्न

मंगलवार को जहां सुबह जहां तेज धूप निकली वहीं दोपहर के समय आसमान में बादलों ने डेरा डाला। शाम चार बजे मूसलाधार बारिश शुरू हो गयी। जिससे पूरा शहर पानी-पानी हो गया। एसटीपी के साथ ही नालों का गेट बंद होने की वजह से अल्लापुर और कैलाशपुरी में थोड़ी देर की बारिश के बाद सड़क से करीब पांच से छह फीट उपर तक पानी जमा हो गया और लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस गया। कैलाशपुरी ही नहीं बल्कि मटियारा रोड, बाघम्बरी रोड, जार्ज टाउन, तिलक नगर आदि इलाकों में भी कहीं कमर भर तो कहीं घुटने से उपर पानी लग गया।

फिर हुई बारिश तो होगी और दिक्कत

बाघम्बरी रोड के पार्षद विनय मिश्र ने बताया कि 150 क्यूसेक की क्षमता वाले सभी पंप चल रहे हैं। इसके बाद भी भीषण जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। अगर अब और बारिश नहीं हुई तो मंगलवार को हुए जलजमाव को निकालने में करीब 20 घंटे से अधिक का समय लग जाएगा।

पुराना शहर लबालब

नालों का रास्ता बंद होने और अचानक झमाझम बारिश होने से पुराना शहर भी पानी पानी हो गया। निरंजन पुल के नीचे जहां घुटने तक पानी लग गया। वहीं बलुआघाट से मुट्टीगंज थाने की ओर आने वाली रोड पर नाला बैक फ्लो मारने लगा। जिसकी वजह से पंचमुखी महादेव मंदिर के पास कमर से उपर तक पानी लग गया। बहादुरगंज, चौक व मीरापुर में भीषण जलजमाव हुआ। वहीं छोटा-बघाड़ा, ओम गायत्री नगर, सलोरी इलाके में मुसीबत और बढ़ गई। गंदगी से राहत नहीं मिली थी कि फिर जलजमाव हो गया।

कहर बन कर गिरी बिजली

शहर में जहां पानी ने लोगों को परेशान किया। वहीं प्रतापगढ़, सोरांव और मऊ चित्रकूट में आकाशीय बिजली कहर बनकर गिरी। सोरांव के अब्दालपुर खास गांव में बच्चा बाबू की 15 वर्षीय पुत्री मिताली देवी खेत में धान की निराई कर रही थी तभी आकाशीय बिजली गिरी, जिसकी चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। मऊ चित्रकूट के दौहड़ा पहाड़ी में महामाई मंदिर के पास खेत शंभू दयाल साहू 52 और रंची देवी पत्नी चुन्ना 55 वर्ष खेत में काम कर रहे थे। तभी तेज आवाज के साथ बिजली गिरी, जिसकी चपेट में आने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं प्रतापगढ़ में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से नगर कोतवाली के नमक शायर निवासी उमेश सिंह की पत्नी उष्मा देवी 35 की मौत हो गई।

Posted By: Inextlive