अगले वर्ष जनवरी से लगने वाले माघ मेले की तैयारियां शुरू हो गई हैं. मेले में आने वाले साधु-संन्यासियों और संस्थाओं को भूमि आवंटन 11 दिसंबर से किया जाना है. इसके साथ ही उन्हें सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी. अलग अलग संस्थाओं के लिए अलग अलग दिन और समय निर्धारित किए गए हैं ताकि किसी तरह का आपसी विवाद न होने पाए. इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भूमि आवंटन में किसी प्रकार की लापरवाही नही बरतने की चेतावनी दी है. जिसको लेकर अधिकारी अधिक सजगता बरत रहे हैं.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सुविधा पर्चियों पाने के लिए पहचानयुक्त फोटो एवं आधार कार्ड प्रस्तुत करना अनिवार्य है। उन्होंने यह भी कहा है कि अपरिहार्य परिस्थितियों में इन तिथियों में परिवर्तन किया जा सकता है। जिन संस्थाओं व प्रयागवालों द्वारा विगत वर्ष कुंभ/महाकुंभ व माघ मेला अथवा अन्य किसी वर्षों में टिन, टेण्टेज, फर्नीचर की सुविधायें प्राप्त कर वापस नहीं की गयी है, उन्हें वर्तमान वर्ष में किसी भी प्रकार की भूमि एवं सुविधा देय नहीं होगी। प्रत्येक शिविर धारक को मेले की सम्पूर्ण अवधि (माघी पूर्णिमा) तक शिविर बनाये रखना अपरिहार्य होगा। सुविधा पर्ची, भूमि आवंटन के 02 दिन बाद ही निर्गत की जायेगी।

कब होगा किसका जमीन आवंटन11 एवं 12 दिसंबर दंडी स्वामी नगर, दंडी बाड़ा मार्ग 14 व 15 दिसंबर खाकचौक17 व 18 दिसंबर आचार्य स्वामी नगर (आचार्य बाड़ा)


19 दिसंबर संगम लोवर मार्ग, संगम अपर मार्ग एवं सरस्वती मार्ग, महावीर जी मार्ग20 दिसंबर अन्नपूर्णा मार्ग, सेक्टर 1 एवं 2, परेड, शास्त्री गाटा और कबीर नगर

21 दिसंबर रामानुज मार्ग, गणपति मार्ग, जीटी मार्ग, अरैल 22 दिसंबर तुलसी मार्ग 23 दिसंबर त्रिवेणी मार्ग, हरिश्चन्द्र मार्ग 24 दिसंबर काली मार्ग गंगोली शिवाला मार्ग 25 दिसंबर समुद्रकूप मार्ग एवं इंटरलॉकिंग मार्ग, समयामाई मार्ग एवं अन्य संस्थाएंएक-एक करके सभी को भूमि आवंटित की जानी है। जिन्होंने पिछले वर्षों में अपनी सुविधाएं वापस नही की है उनको इस बार भूमि नही दी जाएगी। उनकी सूची तैयार कराई जा रही है। संस्थाओं को पहचान पत्र लेकर आना होगा।अरविंद कुमार चौहान, मेलाधिकारी

Posted By: Inextlive