जोश व उत्साह के साथ हुई स्वच्छता पखवारे की शुरुआत

जगह-जगह लगाई गई झाड़ू, लोगों ने ली स्वच्छता की शपथ

एडीए और नगर निगम में पान व गुटखा खाने वालों को दी गई चेतावनी

ALLAHABAD: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन का जो प्रण किया है, उसे पूरा करने के लिए एक बार फिर पूरे सिस्टम ने एक साथ मिलकर बिगुल फूंक दिया है। इसमें इस बार सरकारी व गैर सरकारी ऑफिसों को भी शामिल करते हुए सभी को स्वच्छता का पालन करने की हिदायत दी जा रही है। गुरुवार को पूरे शहर में जोश व उत्साह के साथ स्वच्छता पखवारे की शुरुआत हुई। कलेक्ट्रेट, विकास भवन, पुलिस ऑफिस के साथ ही सभी थानों पर भी स्वच्छता का संदेश देते हुए शपथ लिया गया।

मेयर और नगर आयुक्त ने लगाई झाड़ू

नगर निगम परिसर से गुरुवार को स्वच्छता पखवारा मिशन की शुरुआत की गई। मेयर अभिलाषा गुप्ता के साथ नगर आयुक्त शेषमणि पांडेय ने कैंपस में झाड़ू लगाकर स्वच्छता व सफाई का संदेश दिया। मेयर के साथ नगर निगम के अधिकारियों व पार्षदों ने भी स्वच्छता का संदेश दिया। इस दौरान मौजूद लोगों ने शहर के साथ ही अपने एरिया व घर के आस-पास साफ-सफाई रखने की शपथ ली। स्टैनली रोड स्थित बांट माप विभाग में गुरुवार को सहायक नियंत्रक कुमार नीरज सिंह ने कार्यालय में अधीनस्थ कार्मिकों और अधिकारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। यह शपथ मंडल के प्रत्येक विभाग में ली गई। इस दौरान सहायक नियंत्रक के निर्देशन में कर्मचारियों ने दो घंटे कार्यालय की साफ सफाई भी की।

पान-गुटखा खाया तो कार्रवाई

इंदिरा भवन के सातवें व आठवें तल पर स्थित एडीए ऑफिस में भी स्वच्छता पखवारे को सफल बनाने के लिए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को साफ-सफाई की हिदायत दी गई। एडीए सचिव वंदना त्रिपाठी व अपर सचिव गुडाकेश शर्मा ने कार्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय जिम्मेदार अधिकारी अपने कार्यालय में मौजूद रहे, लेकिन कार्यालयों में जगह-जगह पान व गुटखे की पीक पाए जाने पर नाराजगी जताई। एडीए उपाध्यक्ष देवेंद्र कुमार पांडेय ने भी अधिकारियों को कार्यालय में साफ-सफाई रखने का निर्देश दिया।

तो देना होगा 500 रुपया जुर्माना

स्वच्छता पखवारे की शुरुआत करने के साथ ही मेयर अभिलाषा गुप्ता ने गुरुवार को नगर निगम परिसर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पर्यावरण अभियंता राजीव राठी, कार्यालय अधीक्षक अनुपमा श्रीवास्तव, पार्षद नीरज गुप्ता, लाज सोनकर, पुष्पा कुशवाहा, रेखा उपाध्याय, चंद्रभूषण सिंह आदि मौजूद रहे। कैंपस की दीवारें पान की पीक से रंगी हुई मिलीं। इस पर नाराजगी जताते हुए पूरे कैंपस में पान-गुटखा प्रतिबंधित किया गया। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे न तो खुद पान गुटखा खाएं और न ही अपने कर्मचारियों को खाने दें। इसके बाद भी अगर कोई पान थूकते या गंदगी फैलाते हुए पाया जाता है तो उससे 500 रुपये का जुर्माना वसूला जाए।

Posted By: Inextlive