पर्शियन बिल्ली के 17 बच्चे बरामदभोपाल से लेकर पटना जा रहा था तस्करएक बिल्ली की कीमत है लाखों में

प्रयागराज ब्यूरो । बम्हपुत्र मेल ट्रेन से तस्करी कर ले जाई जा रही पर्शियन बिल्ली के साथ एक तस्कार को गिरफ्तार किया गया है। तस्कर पर्शियन बिल्ली के 17 बच्चे को ले जा रहा था। चेकिंग के दौरान उसे रेलवे जंक्शन पर हिरासत में ले लिया गया। कार्रवाई आरपीएफ ने की। तस्कार को केस दर्ज करने के बाद जेल भेज दिया गया। जबकि पर्शियन बिल्ली के बच्चों को एक संस्था को सुपुर्द कर दिया गया। पर्शियन बिल्ली की कीमत लाखों में बताई जा रही है।
भोपाल से ला रहा था बिल्लियां
भोपाल के शंकराचार्य नगर का रहने वाला लोकेश चंदेल पर्शियन बिल्ली की तस्करी करता है। वह भोपाल से पुष्पक एक्सप्रेस से कानपुर पहुंचा। इसके बाद वह ब्रम्हपुत्र मेल से कानपुर से पटना के लिए रवाना हुआ। ट्रेन प्रयागराज जंक्शन पर पहुंची। यहां पर रूटीन चेकिंग के लिए आरपीएफ के जवान कोच में चढ़े। गेट के पास लोकेश बैठा हुआ था। उसने पास में प्लास्टिक की पांच डलिया रखी थी। आरपीएफ ने डलिया के बारे में पूछा तो उसने जवाब में आनकानी की। जिस पर आरपीएफ ने उसे डलिया सहित उतार लिया। डलिया खोलकर देखा गया तो उसमें पर्शियन बिल्ली के 17 बच्चे थे। आरपीएफ वाले लोकेश को थाने ले गए। वहां पर वह बिल्लियों के कोई कागज नहीं दिखा सका। उसके पास भी कोई टिकट नहीं था। जिस पर उसे हिरासत में ले लिया गया।
पालतू होती हैं बिल्लियां
आरपीएफ इंस्पेक्टर शिवकुमार सिंह ने बिल्लियों की बावत वन विभाग के रेंजर विभूति नारायण को सूचना दी। हालांकि रेंजर ने बिल्लियों के पालतू होने की बात कहते हुए कार्रवाई से इंकार कर दिया।
संस्था को सौंपी बिल्ली के बच्चे
इंस्पेक्टर शिवकुमार सिंह ने रक्षा संस्था की संचालिका वंशिका गुप्ता को फोन से सूचना दी। वंशिका आरपीएफ थाने पहुंच गई। इसके बाद सभी 17 बच्चे वंशिका गुप्ता के सुपुर्द कर दिए गए।


दस लाख तक है कीमत
जैकलीन फर्नांडिस को महाठग सुकेश ने पर्शियन बिल्ली गिफ्ट की थी। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब मानी लांड्रिंग केस में सुकेश का नाम आया और जांच एजेंसी ने गिफ्ट की गई पर्शियन बिल्ली की कीमत नौ लाख रुपये बताई थी। संस्था की संचालिका वंशिका के मुताबिक सफेद रंग की कोमल बालों वाली पर्शियन बिल्ली की आंखें नीली होती हैं। इनकी कीमत नौ से दस लाख रुपये होती है। जबकि बच्चों की कीमत एक से दो लाख रुपये होती है। नर बिल्ली की तुलना में मादा बिल्ली की कीमत अधिक होती है।

कोट
ब्रम्हपुत्र मेल में आरपीएफ के जवान रूटीन चेकिंग पर थे। इस दौरान भोपाल के लोकेश को बिल्लियों की तस्करी के आरोप में शक होने पर उतारा गया। उसने बताया कि वह बिल्लियों के बच्चों को पटना ले जा रहा था। वहां वह बिल्ली के बच्चों को बेचता। उसे जेल भेज दिया गया है। बिल्ली के बच्चों को रक्षा संस्था को दिया गया है।
शिवकुमार सिंह, इंस्पेक्टर आरपीएफ

Posted By: Inextlive