कीड़ा मारने वाली आइवरमेक्टिन कोरोना से पीडि़त मरीजों के इलाज में रामबाण

पेट का कीड़ा मारने के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा आइवरमेक्टिन में कोरोना के इलाज की संभावनाएं बेहद मजबूत दिखी हैं। रिसर्च के बाद इस दवा को पॉजिटिव निगेटिव सभी मरीजों को दिये जाने का फैसला लिया गया है। अब इस दवा को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का प्रयास स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। सभी मरीजों को यह दवा नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। निजी अस्पतालों को भी निर्देशित किया गया है कि कोरोना की जांच कराने वाले मरीजों को आइवरमेक्टिन दी जाए। कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए यह दवा आमजन भी ले सकते हैं।

लम्बे समय से हो रहा है इस्तेमाल

आइवरमेक्टिन दवा तो बहुत पुरानी है जो कीड़े मारने में कारगर है। केजीएमयू लखनऊ समेत कई अन्य संस्थान के विशेषज्ञों ने इस दवा को वायरस को भी मारने के लिए सही बताया है। इस पर सरकार ने सभी कोविड अस्पतालों को निर्देशित किया था कि वह कोरोना मरीजों को इस दवा का सेवन कराएं। प्रयागराज में पिछले माह से ही यह दवा कोरोना मरीजों को दी जा रही है। यह कारगर भी साबित हो रही है। कोविड-19 के नोडल डॉ। ऋषि सहाय ने बताया कि डब्ल्यूएचओ की आवश्यक औषधियों की सूची में यह अंकित है। यह दवा सभी व्यक्तियों (गर्भवती महिलाओं, दो साल से कम उम्र के बच्चों एवं धात्री माताओं को छोड़कर) को दी जा सकती है। कहा कि हमारा प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस दवा का सेवन करें।

कम हो रहा वायरल लोड

शोध में इस बात की पुष्टि हुई है कि आइवरमेक्टिन वायरस से लड़ने में बहुत असरकारी है। यह वायरस के प्रोटीन को कोशिकाओं के डीएनए में अंदर बाहर होने की प्रक्रिया को रोकता है। इस दवा के लेने के 24 घंटे बाद वायरल लोड 93 फीसद से 98 फीसद तक कम होता है।

डॉ। जीएस वाजपेयी

सीएमओ, प्रयागराज

Posted By: Inextlive