एमएचआरडी के तथाकथित पत्र से वीसी ऑफिस के साथ यूनिवर्सिटी कैंपस में मची हलचल

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में मंडे मॉर्निग पहुंचे एमएचआरडी के तथाकथित पत्र से वीसी ऑफिस सहित एयू कैंपस में हलचल पैदा हो गयी है। वीसी ऑफिस सूत्रों के मुताबिक इस पत्र में वीसी प्रो। आरएल हांगलू को तत्काल प्रभाव से 45 दिन की छुट्टी पर जाने को कहा गया है। उधर वीसी को लंबी छुट्टी पर भेजे जाने के कई मायने बताये जा रहे हैं। असल में वीसी प्रो। आरएल हांगलू के खिलाफ मिनिस्ट्री के पास कम्पलेन लगातार पहुंच रही थी। लगभग दो सप्ताह पहले प्रो। हांगलू के दिल्ली जाने के बाद से ही कैम्पस में चर्चा का बाजार गर्म था कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने उन्हें तलब किया है।

तब अटकलों का बाजार था गर्म

तब वीसी के दिल्ली जाने से पहले देर रात तक वीसी ऑफिस खुला रहने की बात भी चर्चा में रही। सारे घटनाक्रम को जोड़ते हुए परिसर में बात जोर पकड़ने लगी कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से वीसी से कुछ क्वेशचन पुटअप किये गये हैं। इस बीच प्रो। हांगलू के अचानक दिल्ली जाने की खबर के साथ ही उनके इस्तीफे की अटकलें भी लगायी जाने लगीं। हालांकि, तमाम कयासों के बीच वीसी इलाहाबाद लौट आये। उधर, बीते रविवार को वीसी के कैंप ऑफिस पर उनके करीबी काफी वक्त तक डटे रहे। हालांकि इस बावत जिम्मेदार ऑफिसर खुलकर बोलने से बच रहे हैं।

छह माह पहले शुरू हुई तल्खी

वीसी प्रो। आरएल हांगलू और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के बीच तल्खी तब शुरू हुई जब जब पीजी प्रवेश परीक्षा को लेकर छात्र और इविवि प्रशासन आमने-सामने थे। उस समय कथित तौर मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद वीसी ने भारी मन से पीजीएटी को ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन कराने की मंजूरी दी थी। इसी दरम्यान वीसी ने परोक्ष तौर पर मंत्रालय और भाजपा के सांसदों पर मनमानी का आरोप लगाया था। यह भी कहा कि अगर दखलंदाजी इसी तरह जारी रही तो वह इस्तीफा दे देंगे। हालांकि तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने तब प्रो। आरएल हांगलू के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। लेकिन सूत्रों की माने तो मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लिया और प्रो। हांगलू की उलटी गिनती शुरू हो गयी।

वीसी के खिलाफ जांच की संस्तुति

इधर, वीसी प्रो। आरएल हांगलू के खिलाफ मानव संसाधन विकास मंत्रालय जल्द ही जांच शुरू करवा सकता है। उच्च पदस्थ सूत्रों की माने तो इसका प्रॉसेस लास्ट स्टेप में पहुंच गया है। विजिटर यानी राष्ट्रपति की मंजूरी के साथ ही वीसी के खिलाफ लगाये गये आरोपों की जांच शुरू हो जाएगी। ज्ञातव्य हो कि स्मृति ईरानी के कार्यकाल में दो सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वीसी को बर्खास्त किया जा चुका है। सोर्सेस का कहना है कि प्रो। आरएल हांगलू के खिलाफ कई शिकायतें मंत्रालय को रिसीव हुई। जिसमें आर्थिक अनियमितताओं से लेकर रिक्रुटमेंट में गड़बड़ी तक के आरोप शामिल हैं।

शिकायतों का मोटा पुलिंदा

शिकायतों की मोटे पुलिंदे में इविवि में पूर्णकालिक रजिस्ट्रार, एफओ, एग्जामिनेशन कंट्रोलर और लाइब्रेरियन की नियुक्ति का मामला भी शामिल है। इसमें यूजीएटी व पीजीएटी से जुड़े प्रकरण का भी उल्लेख है। मिनिस्ट्री वीसी के छोटे से कार्यकाल से जुड़ी सभी कम्पलेन्स की इंकवायरी करवा सकता है और इसके लिए थ्री मेम्बर्स की कमेटी के गठन की तैयारी है।

मुझे वीसी को छुट्टी पर भेजे जाने की कोई जानकारी नहीं है। ऐसा कोई भी पत्र नहीं आया है। जहां तक इंकवायरी की बात है, इसकी भी मुझे कोई जानकारी नहीं है।

प्रोफेसर एनके शुक्ला, रजिस्ट्रार एयू

Posted By: Inextlive