-100 किमी की दूरी पर लगाए जाएंगे वे-साइड इक्विपमेंट्स

PRAYAGRAJ: प्रयागराज और अन्य मंडलों में चलती ट्रेनों की निगरानी के लिए एनसीआर कई अपग्रेडेड सिस्टम लगा चुका है। इस तरह से वह ऑटोमैटिक ढंग से ट्रेनों की निगरानी की फील्ड में सबसे आगे निकल चुका है। वहीं अब गाजियाबाद-पं। दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन और पलवल-बीना जंक्शन के बीच 100 किलोमीटर के अंतराल पर वे-साइड इक्किवमेंट्स लगाए जाएंगे।

ताकि न रहे कोई कमी

जीएम एनसीआर राजीव चौधरी एक व्यापक संरक्षा ग्रिड तैयार करने पर बल देते रहे हैं। ताकि उत्तर मध्य रेलवे के पूरे परिक्षेत्र में परिचालन के दौरान आने वाली किसी भी कमी को इन वे साइड मशीनों के जरिए पहचाना जा सके। इसी क्रम में यांत्रिक विभाग द्वारा प्रत्येक उपकरण की दोष पहचानने की क्षमता के आधार पर सभी प्रकार के इक्विपमेंट्स का एक मिश्रण तैयार किया गया है। इसे उत्तर मध्य रेलवे के परिचालन विभाग के परामर्श से पूरे परिक्षेत्र में स्थापित किया जाएगा। व्यापक योजना के तहत इन उपकरणों को इस प्रकार से स्थापित किया जायेगा कि दोनों मुख्य मार्गो गाजियाबाद-पं दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के बीच और पलवल-बीना के बीच किसी भी प्रकार की कमी की पहचान करने वाली मशीनें समान रूप से उपलब्ध हों। साथ ही दोनों मेन रूट्स पर चलने वाली ट्रेनों की रेगुलर जांच सुनिश्चित हो सके।

अब तक लग चुके हैं ये इक्विपमेंट्स

-चलती ट्रेनों में हॉट एक्सल और ब्रेक बाइंडिंग की पहचान के लिए हॉट एक्सल और हॉट व्हील डिटेक्टर एचएएचडब्ल्यू।

-ऑटोमेटेड ट्रेन एग्जामिनेशन सिस्टम (एटीईएस)

-फ्लैट व्हील की पहचान के लिए व्हील इम्पैक्ट लोड डिटेक्टर डब्ल्यूआईएलडी।

-ऑनलाइन रोलिंग स्टॉक मॉनिटरिंग सिस्टम।

-रनिंग ट्रेन में हैंगिंग पार्ट की पहचान के लिए हैंगिंग पार्ट डिटेक्शन सिस्टम

-ट्रेन के विजुअल एग्जामिनेशन के लिए रोलिंग इन एग्जामिनेशन बिंदुओं पर सीसीटीवी।

Posted By: Inextlive